केजरीवाल सरकार का फरमान- देर से दफ्तर आने वालों की कटेगी छुट्टी
दफ्तर पहुंचने में लेट-लतीफी करने वाले सरकारी बाबुओं की अब खैर नहीं। दिल्ली की केजरीवाल सरकार ऐसे अफसरों पर नकेल कसने में जुट गई है। सरकार के महिला व बाल विभाग ने एक फरमान जारी कर कहा कि जो कर्मचारी सुबह 9: 45 बजे के बाद कार्यालय पहुंचेंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। महीने में तीन दिन देरी से दफ्तर पहुंचने वाले कर्मचारियों की एक आकस्मिक छुट्टी (सीएल) उनके खाते से काट ली जाएगी। इतना ही नहीं, देरी से आने के लिए उन्हें एक लिखित जवाब भी देना होगा। ऐसे संकेत हैं कि जल्द ही सरकार के बाकी महकमों में भी ऐसा ही फरमान जारी होने वाला है।
महिला व बाल विकास विभाग के उच्चाधिकारियों की मानें, तो कई अधिकारियों द्वारा लगातार की जा रही लेट-लतीफी के मद्देनजर विभाग की ओर से उनके खिलाफ सख्ती करने का फैसला किया गया है। विभाग ने एक आदेश जारी कर कहा है कि सभी कर्मचारी और अधिकारी अपने संबंधित कार्यालय में समय से पहुंचना सुनिश्चित करें। विभाग के उप निदेशक (एडमिन) एसके श्रीवास्तव ने कहा कि आदेश के अनुसार, तीन बार 9: 45 बजे के बाद कार्यालय आने पर एक आकस्मिक छुट्टी काट ली जाएगी। इसके साथ ही अधिकारियों को देर से आने का कारण बताते हुए लिखित जवाब भी देना होगा। आदेश में यह भी कहा गया है कि अगर संबंधित कर्मचारी के खाते में आकस्मिक छुट्टी नहीं बची है तो यह छुट्टी उसकी अर्जित अवकाश निधि से काटी जाएगी। दिल्ली सरकार के अधिकारियों का कहना है कि अफसरों के समय से आने को लेकर सभी विभागों में दिक्कतें नहीं हैं। ज्यादातर आला अफसर समय से दफ्तर पहुंच जाते हैं, लेकिन यह जरूर हुआ है कि अंशु प्रकाश के नए मुख्य सचिव बनने के बाद इस मामले में कड़ाई की जा रही है।