हिंडन से लखनऊ-कानपुर के लिए मई में शुरू होंगी उड़ानें
केंद्र सरकार की ‘उड़े देश का आम नागरिक’ योजना के तहत हिंडन एअरबेस में टर्मिनल बनने के बाद लखनऊ व कानपुर समेत कई शहरों के लिए हवाई जहाज उड़ान भर सकेंगे। यहां से अगले साल मई से घरेलू उड़ानें शुरू हो जाएंगी। योजना के मुताबिक, रोजाना 18 रूटों के लिए यहां से उड़ान उपलब्ध होंगी। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआइ) को उड़ान के लिए प्रस्ताव मिल चुके हैं। दिल्ली में एएआइ के चेयरमैन ने उड़ान पर मुहर लगाते हुए जिलाधिकारी रितु माहेश्वरी को जल्द जमीन का इंतजाम कराने के लिए कहा है।
जिलाधिकारी का कहना है कि एएआइ यहां से उड़ान सेवा शुरू करने के लिए पूरी योजना कर चुका है। इसके लिए किसानों की जमीन लीज पर ली जाएगी। लीज पर जमीन मिलते ही गांव सिकंदरपुर की जमीन पर नए साल में टर्मिनल का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।
एएआइ ने घरेलू उड़ान सेवा के लिए आवेदन मांगे थे, विमाननन कंपनियों ने हिंडन एअरबेस से 18 रूटों पर उड़ान सेवा शुरू करने के लिए इच्छा जताई है। यहां से पहले चरण में 80 सीटों वाले छोटे विमानों की उड़ान शुरू करने की योजना है। यहां से उड़ान सेवा शुरू होने से दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर भी दबाव कम होगा। गाजियाबाद, नोएडा और दिल्ली के लोगों को इससे काफी आसानी होगी। एएआइ ने पांच महीने में उड़ान सेवा शुरू करने का लक्ष्य रखा है। टर्मिनल से लेकर रन-वे तक 700 मीटर की सड़क बनाई जाएगी और इसके लिए जल्द ही निविदा जारी होंगी। टर्मिनल का भवन नई तकनीक से बनाने की योजना बनाई गई है। हिंडन एअरबेस से शुरू होने वाली घरेलू उड़ान के लिए किसान जमीन देने को तैयार हैं। लेकिन वे अपनी जमीन का 400 रुपए प्रति वर्गमीटर सालाना के हिसाब से किराया लेंगे। एएआइ ने सिकंदरपुर गांव की 34118 वर्गमीटर जमीन चिन्हित की है। इसमें से 7800 वर्गमीटर आवास एवं विकास परिषद की जमीन है। शेष 27318 वर्गमीटर जमीन 34 किसानों की है।