“बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” को बढ़ावा देने के लिए 450 किमी की दौड़ पर प्रतिभा सेंगर, महागुरु भी हुए शामिल
प्रतिभा पुंडीर सेंगर अम्बाला से आगरा तक की 450 किलोमीटर की दूरी दौड़कर पूरी कर रही हैं। “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” अभियान के तहत वह 1 लाख लोगों को बेटियों की शिक्षा की महत्ता बताने का लक्ष्य लेकर चली हैं। प्रतिभा ने बताया कि इस दौड़ का उद्देश्य लोगों को बेटी के महत्व के बारे में बताना है। इसके साथ ही उन्हें “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” अभियान के प्रति जागरूक भी करना है। महागुरु के नाम से मशहूर एस्ट्रो न्यूमरोलॉजिस्ट गौरव मित्तल ने भी सोमवार को प्रतिभा की इस दौड़ में हिस्सा लेकर उनके मिशन की सराहना की।
महागुरु ने भरोसा जताया कि प्रतिभा की इस दौड़ से न केवल समाज में बेटी के जन्म से जुड़े लोगों के नजरिए में बदलाव आएगा बल्कि उनकी शिक्षा पर भी ध्यान दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रतिभा का यह कदम साहसपूर्ण एवं प्रशंसनीय है जो लोगों के बेटियों के प्रति दृष्टिकोण को बदलने में सहायक होगा। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” अभियान की शुरुआत साल 2015 में की हुई। इस अभियान को भारत सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, स्वास्थ्य मंत्रालय, परिवार कल्याण मंत्रालय और मानव संसाधन विकास मंत्रालय की एक संयुक्त पहल के रूप में शुरू किया गया है।
“बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” अभियान का मुख्य उद्देश्य भारत में लिंगानुपात की वर्तमान स्थिति में सुधार लाना है। यह छिपा नहीं कि आज भी हमारे देश में बेटे और बेटी में काफी फर्क किया जाता है। कई जगह से तो बेटी के जन्म लेते ही उसे मार डालने की खबरें आती रही हैं।