कुलभूषण जाधव की परिजनों से मुलाकात में पति को गले नहीं लगा पाई पत्नी और मां के पैर नहीं छू पाया बेटा- PHOTOS
पाकिस्तान ने कथित जासूसी के आरोप में मौत की सजा प्राप्त भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव और उनके परिजनों को यहां मानवीय आधार पर सोमवार को विदेश कार्यालय में 40 मिनट तक मुलाकात करने की इजाजत दी। मुलाकात के दौरान जाधव व उनके परिजनों के बीच ग्लास पैनल लगाया गया था और उन्हें निजी बातचीत की इजाजत नहीं दी गई। बातचीत इंटरकाम के जरिए हुई। पाकिस्तान सरकार ने पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की जयंती के अवसर पर यह मुलाकात कराई। जाधव व उनके परिजन 22 माह के लंबे अंतराल के बाद एक-दूसरे से मिल पाए। देखिए कैसी रही जाघव से उनके परिवार वालों की मुलाकात। (Agency)
- जाधव से हुई उनकी पत्नी और मां की ऐसी मुलाकात हुई जिसमें दोनों ने उन्हें छुआ भी नहीं।इस मुलाकात में एक पत्नी अपने पति को न गले लगा सकी और एक बेटा अपनी मां के पैर नहीं छू सका। (Agency)
- पाकिस्तान ने कथित जासूसी के आरोप में मौत की सजा प्राप्त भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव और उनके परिजनों को यहां मानवीय आधार पर सोमवार को विदेश कार्यालय में 40 मिनट तक मुलाकात करने की इजाजत दी। मुलाकात के दौरान जाधव व उनके परिजनों के बीच ग्लास पैनल लगाया गया था और उन्हें निजी बातचीत की इजाजत नहीं दी गई। बातचीत इंटरकाम के जरिए हुई। पाकिस्तान सरकार ने पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की जयंती के अवसर पर यह मुलाकात कराई। जाधव व उनके परिजन 22 माह के लंबे अंतराल के बाद एक-दूसरे से मिल पाए। देखिए कैसी रही जाघव से उनके परिवार वालों की मुलाकात। (Agency)
- 47 वर्षीय जाधव व उनके परिजनों के बीच 2 बजकर 18 मिनट पर मुलाकात शुरू हुई। पाकिस्तान पहुंचकर जाधव की पत्नी और मां ने वहां के अधिकारियों को हाथ जोड़कर शुक्रिया किया। भारतीय उप उच्चायुक्त जे.पी.सिंह दूर से इस मुलाकात के गवाह बने। मुलाकात के दौरान पाकिस्तान विदेश कार्यालय में भारतीय डेस्क की निदेशक डॉ. फरीहा भी मौजूद रहीं। इस मुलाकात की वीडियोग्राफी की गई। पाकिस्तानी अधिकारियों ने कहा कि यह मुलाकात ‘पूरी तरह से मानवीय आधार’ पर करवाई गई लेकिन जाधव व उनके परिवार को निजी रूप से बातचीत की इजाजत नहीं दी गई। जाधव के परिवार को ओमान के रास्ते भारत वापस लौटने से पहले भारतीय उच्चायोग ले जाया गया। मुलाकात के बाद विदेश कार्यालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने जाधव को ‘भारतीय आतंकवाद का चेहरा’ बताया और कहा कि उन्हें राजनयिक पहुंच दिए जाने के बारे में सही समय पर विचार किया जाएगा। पाकिस्तान ने साथ ही यह भी कहा कि जाधव और उनके परिजनों की यह मुलाकात अंतिम नहीं है। (Agency)
- बता दें कि कुलभूषण जाधव को पाकिस्तान में कथित जासूसी के आरोप में फांसी की सजा सुनाई गई है लेकिन यह मामला अंतर्राष्ट्रीय अदालत में लंबित है। फैसल ने कहा कि दोनों महिलाओं ने जाधव के साथ ‘खुले तौर पर और उपयोगी बातचीत’ की। यह मानवीय आधार पर सकारात्मक पहल थी। हमने जाधव के परिवार के कहने पर मुलाकात के समय में 10 मिनट की बढ़ोतरी की। इसका कानूनी प्रक्रियाओं से कुछ संबंध नहीं है। प्रवक्ता ने भारतीय उप उच्चायुक्त जे. पी. सिंह की मुलाकात के दौरान मौजूदगी के बावजूद स्पष्ट रूप से इनकार किया कि यह राजनयिक पहुंच थी। सिंह दूर से इस मुलकात के गवाह बने। उन्होंने कहा, भारतीय राजनयिक मुलाकात देख सकते थे लेकिन उन्हें मिलने की इजाजत नहीं दी गई थी। अगर भारतीय राजनयिक जाधव से बातचीत करते, तो यह राजनयिक पहुंच होती। उन्होंने साथ ही कहा कि राजनयिक पहुंच सुनिश्चित कराने के लिए भारत ने आग्रह किया है और ‘सही समय आने पर इस पर विचार किया जाएगा। (Agency)
पाकिस्तान चाहता था कि जाधव की मां व पत्नी इस्लामाबाद के विदेश कार्यालय में भारतीय मीडिया समेत मीडिया से बातचीत करें। यह इसलिए किया जा रहा था कि पाकिस्तान के पास छुपाने के लिए कुछ नहीं है और आप सभी ऐसे बहुत सवालों के जवाब चाहते थे जिनका अबतक जवाब नहीं मिला है। लेकिन, भारतीय पक्ष ने जाधव के परिजनों को मीडिया से दूर रखने का आग्रह किया। इस मुलाकात का यह मतलब नहीं है कि जाधव को लेकर पाकिस्तान के रुख में कोई बदलाव आया है। उन्होंने जाधव को ‘एक जासूस और आतंकवादी बताया जिसे मौत की सजा मिली हुई है।’ (Agency)
उन्होंने कहा, जाधव पाकिस्तान में भारतीय आतंकवाद का चेहरा है। उन्होंने असलम चौधरी की हत्या के जुर्म को कबूला है। उन्होंने पाकिस्तानी लोगों की हत्या पर अफसोस जताया है। वह नौसेना के एक अधिकारी थे और खुद के रॉ एजेंट होने की बात स्वीकारी है। इस बीच, पाकिस्तान विदेश मंत्रालय ने प्रोपेगेंडा के तहत एक वीडियो जारी किया है जिसमें जाधव को पाकिस्तान को धन्यवाद देते हुए दिखाया गया है। हालांकि वीडियो में दिख रहे जाधव के चेहरे से साफ जाहिर हो रहा है कि उन्हें ऐसा करने के लिए कहा गया था। (Agency)
जाधव से मिलने इस्लामाबाद में उनकी पत्नी और मां। (Agency)