बुंदेलखंड में रेलवे की पटरियों की सुरक्षा के लिए लगेंगे जवान
बुंदेलखंड के सभी सातों जिलों में रेलवे की पटरियों की सुरक्षा के लिए रेलवे पेट्रोलिंग मेन के साथ दो पीआरडी जवानों को लगाने का खाका तैयार कर लिया गया है। जिले में तकरीबनब 83 किलोमीटर रेलवे लाइन हैं, जिसमें 100 पीआरडी जवानों को लगाने की भी तैयारी पूर्ण कर ली गई है। रेलवे ऐसी कोई कमी नहीं छोड़ना चाहता हैं या दुर्घटना का कारण को आए दिन रेलवे की पटरियों को चटकने व पटरियों के जोड़ से चाबी गायब होने से बड़ा हादसा होने का डर रहता है। पुखरायां में पटरियोें के चटकने से बड़ा हादसा हो गया था। जिसमें सेकड़ों यात्रियों कोे अपनी जान गंवानी पड़ी थी। इसी पर पेट्रोलिंग मेन व दो पीआरडी जवानों को लगाने की व्यवस्था की है, जो रात भर घूमते हुए तीन किलोमीटर के दायरे को परखेंगे। यहीं नहीं, इन लोेगों की जिम्मेदारी नियति की गई है कि यदि किसी भी पेट्रोलिंग मेन के दायरे में उसके बताने से पूर्व कमी पाई गई तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। वहीं, दूसरी ओर पीआरडी जवानों की बल्ले-बल्ले वाली खबर है, क्योंकि अभी डयूटी के लिए इन जवानों को बड़ी जद् दोजहद करनी पड़ती थी। इसको देखते हुए रेलवे जवानों को लगेगी, उनकी डयूटी लगातार रहेगी। रेलवे पीआरडी विभाग को इसके भुगतान देगा। पीआरडी जवानों को बुंदेलखंड के झांसी, ललितपुर, बांदा, जालौन व महोबा में लगाने के लिए काम हो गया है।
18 गांवों का अंधेरा दूर करेगी सौर ऊर्जा
पंडित दीनदयाल उपाध्याय विद्युतीकरण योजना के तहत जिले के 9 ब्लाकों से दो दो गांवों का चयन किया गया हैं। इसमें प्रत्येक गांवों में 10-10 सौर ऊर्जा बड़ी मरकरी लगाने की योजना शुरू करक दी गई हैै। अब इन गांवों से अंधेरा गायब होगा। जिले के 18 गांवों से अंधेरा दूर करने के लिए सरकार की पहल शुरू हो गई है। 18 गांवों को पहले चरण में लिया गया है, जिनमें 10-10 लाईटें लगाई जाएगी।
नेडा के एक अधिकारी ने उक्त योजना को पहले चरण में लागू कराया है, इसमें कुठौंदं ब्लाक से सिरसा कलार व ईटो, जालौन ब्लाक से छिरिया सलेमपुर, सिकरी व्यास, रामपुरा से जगम्मनपुर, डकोर से हरदोई गूजर, एट से माधौगढ़, गोहन, सरावन, कोंच से पिरौना, पिंडारी, नदीगांव से भेंड़, कैलिया व कदौरा से आटर, कदौरा, अकबरपुर, महेबा में न्यामतपुर, दमरास को सौर ऊर्जा की रोशनी से रोशन किया जाएगा।