पश्चिम बंगाल: पंडितों का सम्मेलन करेगी तृणमूल कांग्रेस, बीजेपी कर रही मुसलमानों का जमावड़ा
तृणमूल कांग्रेस के बीरभूम अध्यक्ष अनुबरता मंडल ने अगले महीने जिले में 5,000 से ज्यादा पंडितों की एक रैली कराने का निर्णय लिया है। यह निर्णय ऐसे समय में लिया गया है जब भाजपा ने टीएमसी पर अल्पसंख्यक तुष्टीकरण का आरोप लगाया है। बताया जाता है सत्तापक्ष पार्टी द्वारा की जा रही यह ऐसी पहली रैली है। इस निर्णय को पार्टी नेतृत्व के बदलाव के रूप में भी देखा जा रहा है। हालांकि राज्य की सत्ता में रहीं पार्टियां आम तौर पर श्रमिकों, किसानों और मजदूरों द्वारा शक्ति प्रदर्शन का आयोजन करती रही हैं।
टेलीग्राफ की खबर के अनुसार मंडल ने पार्टी कार्यकर्ताओं को बीरभूम के 19 ब्लॉकों में हर हिंदू पंडित की गनगणना करने के लिए कहा है। ताकी 8, जनवरी की रैली में अधिकतकर पंडित आ सके। बता दें कि साल 2014 के लोकसभा चुनवों के बाद से भाजपा की यहां उपस्थिति बढ़ी है। बातचीत में मंडल ने बताया, ‘हम रैली में पंडितों को एक गीता, श्री रामकृष्ण और स्वामी विवेकानंद की किताबें और श्री रामकृष्ण की तस्वीरें देंगे।’
वहीं केंद्र की सत्ता में मौजूद भाजपा भी यहां अपनी उपस्थिति बढ़ाने का कोई मौका नहीं छोड़ना चाहती। भाजपा ने यहां अल्पसंख्यकों को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए कार्यक्रम शुरू किए हैं। इससे पहले इस साल हुए चुनाव में ममता बनर्जी के किले को ध्वस्त करने के लिए भाजपा ने कई मुस्लिम कैंडिडेट को टिकट दिए थे।
यहां दोमकल और पुजाली मुस्लिम बहुत इलाका है और इन नगर निगम क्षेत्रों में पार्टी ने 10 मुस्लिम उम्मीदवारों को उतारा था। गौरतलब है कि नवंबर 2016 में हुए चुनाव में बीजेपी ने कूच बिहार लोकसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन किया था और वाम मोर्चा को पीछे धकेलकर दूसरे नंबर पर आ गई थी।