नीतीश ने बनाई ‘समाज सुधार वाहिनी’, शराबबंदी, दहेज, बाल विवाह के खिलाफ जगाएगी अलख

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनकी सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ने गुरुवार (28 दिसंबर) को पार्टी की एक नई शाखा का गठन किया है। ‘समाज सुधार वाहिनी’ नाम की यह शाखा राज्यभर में लोगों को सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ जागरूक करेगी। इसके अलावा यह वाहिनी नीतीश कुमार सरकार द्वारा किए गए समाजिक सुधारों के बारे में लोगों के बीच जागरुकता फैलाएगी। इन सुधार कार्यों में शराबबंदी और दहेज व बाल विवाह के खिलाफ चलाए गए अभियान शामिल होंगे।

पटना में जारी किए गए एक बयान में जदयू राज्य अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा, ‘‘नई शाखा को ‘समाज सुधार वाहिनी’ नाम दिया गया है। इसमें पार्टी की कर्मठ महिला कार्यकर्ता शामिल हैं।’’ उन्होंने बताया कि मौजूदा विधायक और पूर्व मंत्री रंजू गीता को वाहिनी के अध्यक्ष पद के लिए नामित किया गया है। उन्होंने बताया कि इस संस्था को बिहार सरकार के सामाजिक सुधारों का संदेश बिहार भर के सभी गांवों में पहुंचाने का काम सौंपा गया है।

बता दें कि नीतीश कुमार ने पिछले साल अप्रैल 2016 में राज्य में पूर्ण शराबबंदी लागू की थी और इसका उल्लंघन करने वालों की सख्त सजा देने का प्रावधान किया था। बीस महीनों के शराबबंदी में अब तक एक लाख से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि तीस लोगों को कोर्ट से सजा मिल चुकी है। शराबबंदी से गदगद नीतीश कुमार ने इस साल राज्य में दहेजबंदी और बाल विवाह के खिलाफ भी कानून बनाया है। नीतीश सरकार सामाजिक सुधारों की दिशा में एक कदम आगे बढ़ाते हुए अब 21 जनवरी को राज्यभर में मानव श्रृंखला बनवाएगी। ताकि लोगों को इन कुरीतियों के खिलाफ जागरूक किया जासके।

मुख्यमंत्री की इसी पहल में पार्टी ने भी कदम से कदम मिलाने का फैसला किया है और अब समाज सुधार वाहिनी का गठन किया है। यह वाहिनी राज्यभर में महिलाओं और लड़कियों को इन कुरीतियों के खिलाफ जागरूक करेगी। इसे संयोग ही कहा जाएगा कि जिस दिन लोकसभा ने तीन तलाक के खिलाफ कानून पास किया उसी दिन जदयू ने इस तरह की वाहिनी का निर्माण किया है।

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