सारनाथ आकर मुझे बेहद शांति मिलती है: दलाई लामा

तिब्बती बौद्ध गुरु दलाईलामा ने कहा भगवान के बुद्ध के उपदेशी स्थल सारनाथ आकर मुझे बेहद शांति मिलती है। शुक्रवार से दो जनवरी तक वाराणसी के सारनाथ स्थित केंद्रीय उच्च तिब्बतीय शिक्षा संस्थान में विश्व के कई देशों से आए बौद्ध धर्म लंबियों के साथ रहेगें तथा विश्व शांति का संदेश शनिवार से देंगे। उन्होंने कहा कि आज भी भगवान बुद्ध के संदेश मानव जीवन के लिए प्रासंगिक है। चीन द्वारा अरुणांचल प्रदेश में खराब हालातों के बारे में पूछने पर उन्होंने कोई भी जवाब देने से इंकार कर दिया। तिब्बत की स्वतंत्रता के बारे में कहा कि वो आज भी इस बात पर कायम हैं।

इसके पूर्व परमपावन दलाई लामा दोपहर को बाबतपुर हवाई अड्डे उतरे और सीधे उनका काफिला सारनाथ बौद्ध मंदिर पहुंचकर भगवान बुद्ध मंदिर व उपदेशी स्थल का दर्शन किया। उसके बाद सायंकाल केंद्रीय उच्च तिब्बतीय संस्थान में स्वर्ण जयंती के कार्यक्रम में भाग लेने के लिए पहुंचे।

संस्थान के प्रोफेसर गेशे नवांग सम्मतेन ने बताया कि शनिवार को सुबह नौ बजे दलाईलामा स्वर्ण जंयती को संबोधन करेंगे। इस सेमीनार में देश व विदेश 200 से अधिक विद्वान भागीदारी करेंगे। उन्होंने बताया कि बौद्धधर्म की हृदय स्थलीय सारनाथ में स्थापित केद्रीय तिब्बती अध्ययन संस्थान अपने 50 साल पूरे कर रहे हैं।

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