इटावा-मैनपुरी रेल परियोजना की हालत आमदनी अठन्नी खर्चा रुपया जैसी
आमदनी अठन्नी खर्चा रुपया वाली कहावत! नेता जी मुलायम सिंह यादव के प्रयासों से शुरू की गई इटावा-मैनपुरी रेल सेवा रेलवे के लिए घाटे का सौदा बन रही है। मौजूदा समय सारिणी के कारण जनता को भी इसका लाभ नहीं मिल रहा है। प्रोजेक्ट को भले ही एक साल पूर्व चालू किया जा चुका हो लेकिन ट्रैक पर दौड़ने वाली गाड़ी का समय यात्रियों की सुविधा के अनुसार न होने से उसका लाभ उन्हें नहीं मिल पा रहा है। नतीजतन इस रूट पर जाने वाले अधिकांश यात्री अन्य साधनों से अपनी मंजिल को चले जाते हैं। इसे जहां एक ओर यात्रियों को परेशानी है वहीं रेलवे को भी घाटे का सामना करना पड़ रहा है।
मुलायम सिंह यादव 2004 में मुख्यमंत्री होने के दौरान तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम से इटावा-मैनपुरी रेल परियोजना की आधारशिला रखवाने में सफल हुए थे। तमाम बाधाओं को पार करके मार्च 2016 में यह ब्रांच लाइन तैयार हो गई थी। मालगाड़ियों को दौड़ाने के बाद रेलवे प्रशासन ने इस मार्ग पर नई यात्री ट्रेन सेवा शुरू करने के बजाए आगरा-बटेश्वर से इटावा के मध्य चलने वाली डीएमयू पैसेंजर ट्रेन का विस्तार करते हुए 28 दिसंबर 2016 को पैसेंजर ट्रेन सेवा का शुभारंभ करा दिया था, अभी तक यह सेवा कारगर साबित नहीं हो सकी है। इटावा जंक्शन से 10 बजे रात में इसे मैनपुरी के लिए रवाना किया जाता है, इससे अक्सर ट्रेन खाली ही जाती है। उधर से दूसरे दिन तड़के साढ़े चार बजे इटावा-आगरा के लिए चलाया जाता है। इससे मैनपुरी, करहल तथा सैफई क्षेत्र से आने वाले यात्री इस ट्रेन से सफर ही नहीं कर पाते हैं।
इस ट्रेन से इटावा-मैनपुरी के मध्य महज 300-400 रुपए आमदनी के रूप में रेलवे को प्राप्त हो रही है जबकि इस ट्रेन का परिचालन कराने के लिए रेलवे रोजाना कई हजार रुपए व्यय कर रही है। अगर गार्ड-चालक व अन्य स्टाफ का वेतन और जोड़ दिया जाए तो घाटा और भी बढ़ जाता है। आमदनी न के बराबर होने के कारण अब इस ट्रेन की समयसारिणी में परिवर्तन करने का प्रस्ताव प्रेषित कर दिया गया है। इटावा-मैनपुरी रेल मार्ग पर रेलवे प्रशासन ने नई ट्रेन चलाने के बजाए आगरा-बटेश्वर से इटावा के मध्य जारी डीएमयू पैसेंजर ट्रेन का विस्तार मैनपुरी तक कर दिया था।
यह ट्रेन सुबह साढ़े चार बजे मैनपुरी से इटावा आकर बटेश्वर-आगरा के लिए प्रस्थान करती है। वापसी में रात 10 बजे इटावा से मैनपुरी के लिए प्रस्थान करती है। दोनों ही वक्त सवारियां होती नहीं हैं। पूर्व में यही ट्रेन इटावा से सुबह छह बजे बटेश्वर-आगरा के लिए प्रस्थान करती थी तो उदी, जैतपुरा, वाह, बटेश्वर से काफी संख्या में लोग आगरा के लिए सवार होते थे। रेलवे प्रशासन जनहित में तवज्जो दे तो इटावा से फर्रुखाबाद-बरेली के लिए रेल सेवा से वंचित जनता का फर्रुखाबाद रेल सेवा से जुड़ने का सपना पूरा हो सकता है। उत्तर मध्य रेलवे के रेल पथ निरीक्षक डीएस मीणा बताते है कि मैनपुरी से इटावा, बटेश्वर आगरा के मध्य रोजाना चलने वाली डीएमयू पैसेंजर ट्रेन का समय परिवर्तन कराने के लिए उच्चाधिकारियों को प्रस्ताव प्रेषित किया जा चुका है। रेलवे बोर्ड को इस पर निर्णय करना है।