उत्तर प्रदेश: राजधानी के मदरसे में बंधक बनाकर यौन शोषण! 51 लड़कियां कराई गईं आजाद
उत्तर प्रदेश की राजधनी लखनऊ के एक मदरसे में लड़कियों को जबरन बंधक बनाकर उनका यौन शोषण करने का मामला सामने आया है। यह मामाला सआदतगंज के यासीनगंज में स्थित जामिया खदीजतुल कुबरा लिलबनात मदरसे का है। पुलिस ने इस मदरसे से करीब 51 लड़कियों को रिहा करवाया है। शुक्रवार को पुलिस ने मदरसे में छापेमारी कर लड़कियों के यौन शोषण के आरोप में संचालक कारी तैयब जिया को हिरासत में ले लिया। दैनिक जागरण के अनुसार एससपी विकास चंद त्रिपाठी ने कहा कि इस मामले की शिकायत खुद को इस मदरसे का संरक्षक बताने वाले सैयद अशरफ जिलानी द्वारा की गई थी।
जिलानी के अनुसार उन्हें काफी दिनों से मदरसे में लड़कियों के यौन शोषण की खबरें मिल रही थीं। इसी मामले पर बात करने के लिए जिलानी मदरसे आरोपी से बात करने के लिए गए। बातचीत के दौरान दोनों में बहसबाजी हो गई और आरोपी ने पुलिस को फोन कर जिलानी की शिकायत कर उनपर अपहरण का आरोप लगा दिया। इसके बाद जिलानी वहां से निकलने लगे तो मदरसे की छत से कुछ लड़कियों ने उनके पास चिट्ठियां फेंकी, जिनमें लिखा था कि मदरसे में उनके साथ गलत व्यवहार किया जा रहा है। इन चिट्ठियों को लेकर जिलानी सीधा पुलिस के पास पहुंचे और आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कराया।
इसके बाद एसएसपी विकास चंद त्रिपाठी, सिटी एडीएम संतोष कुमार, चाइल्ड वेलफेयर कमेटी और अल्पसंख्यक विभाग की एक टीम मदरसा छापेमारी करने पहुंची। छापेमारी में पुलिस ने 51 लड़कियों को रिहा करवाया, जिन्होंने चाइल्ड वेलफेयर कमेटी की महिला सदस्यों और मजिस्ट्रेट के सामने अपना बयान दर्ज करवाया। छात्राओं ने अपनी शिकायत में बताया कि आरोपी उनके साथ मारपीट करता था और रात के समय अपने कमरे में बुलाकर छेड़छाड़ करता था। जानकारी के मुताबिक इस मदरसे मे 150 लड़कियां पढ़ती थीं।
20 साल पुराने इस मदरसे में पहले लड़के पढ़ा करते थे लेकिन आरोपी ने इसका संचालन करते हुए इसे लड़कियों का मदरसा बना डाला। वहीं छात्राओं ने अपने एक शिक्षक से आरोपी की शिकायत की थी। जब शिक्षक ने आरोपी की इस करतूत का विरोध किया तो आरोपी ने उसे मदरसे से निकलवा दिया था। आरोपी को जब भी मौका मिलता वह छात्राओं के साथ छेड़छाड़ की घटना अंजाम देता था। इतना ही नहीं आरोपी छात्राओं से अपने पैर भी दबवाता था।