फलस्तीन के ‘धोखे’ पर भारत में गुस्सा, आठ दिन में ही ‘दोस्त’ ने दिया दगा
भारत ने कहा है कि वह जमात-उद-दावा प्रमुख और 26/11 को हुए मुंबई आतंकवादी हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद की इस्लामाबाद में हुई रैली में पाकिस्तान में फलस्तीनी राजदूत की मौजूदगी का मुद्दा फलस्तीन के सामने सख्ती से उठाएगा। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कल कहा, ‘‘हमने इस बाबत खबरें देखी हैं। हम नई दिल्ली में फलस्तीनी राजदूत और फलस्तीनी अधिकारियों के सामने इस मुद्दे को सख्ती से उठाएंगे।’’ रवीश, हाफिज सईद की रैली में फलस्तीनी राजदूत की मौजूदगी की तस्वीरों और इससे जुड़ी खबरों के बारे में पूछे गए सवालों के जवाब दे रहे थे। खबरों के मुताबिक, इस्लामाबाद में फलस्तीनी राजदूत वालिद अबु अली ने कल पाकिस्तान के रावलंपिंडी में दिफा-ए-पाकिस्तान काउंसिल की ओर से कल सुबह आयोजित एक विशाल रैली में हिस्सा लिया था । दिफा-ए-पाकिस्तान (पाकिस्तान की रक्षा) काउंसिल इस्लामी समूहों का एक गठबंधन है, जिसमें हाफिज का संगठन भी शामिल है।
बता दें कि संयुक्त राष्ट्र में भारत द्वारा फलस्तीन के समर्थन और अमेरिका के विरोध में वोट करने के महज आठ दिनों के अंदर ही फलस्तीन ने भारत की पीठ में छुरा भोंका है। पाकिस्तान में फलस्तीन के राजदूत वलीद अबू अली को रावलपिंडी में एक रैली के दौरान भारत के सबसे बड़े खलनायक हाफिद सईद के साथ देखा गया था। इस रैली में भारत और अमेरिका के खिलाफ हाफिज सईद ने खूब जहर उगला, इस दौरान वालिद अबु अली मुस्कुराते दिखे।