10 जनवरी को फिर इसरो से एक साथ 31 सेटेलाइट छोड़े जाएँगे
भारत 10 जनवरी को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित अपने अंतरिक्ष केंद्र से पृथ्वी अवलोकन उपग्रह काटरेसैट सहित 31 उपग्रहों का प्रक्षेपण करेगा। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के निदेशक देवी प्रसाद कार्निक ने आईएएनएस को बताया, “हमने एक साथ काटरेसैट और अन्य उपग्रहों को ले जाने के लिए सुबह 9.30 बजे रॉकेट प्रक्षेपण का समय निर्धारित किया है। इनमें से 28 उपग्रह अमेरिका और पांच अन्य देशों के होंगे।” 2018 के इस पहले अंतरिक्ष अभियान के तहत पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (पीएसएलवी-सी440) के जरिए 31 उपग्रह लॉन्च किए जाएंगे। इस अभियान से चार महीने पहले 31 अगस्त को इसी तरह का रॉकेट पृथ्वी की निचली कक्षा में भारत के आठवें नौवहन उपग्रह को पहुंचाने में विफल रहा था। इस मिशन में काटरेसैट-2 के अलावा भारत का एक नैनो उपग्रह और एक माइक्रो उपग्रह भी लॉन्च किया जाएगा।
काटरेसैट-2 एक पृथ्वी अवलोकन उपग्रह है जो उच्च-गुणवत्ता वाला चित्र प्रदान करने में सक्षम है। इसी श्रृंखला में पिछले उपग्रह (काटरेसेट -2 ई) को 15 फरवरी को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से लॉन्च किया गया था। यह स्पेसपोर्ट चेन्नई से 90 किलोमीटर पूर्वोत्तर में स्थित है। इसरो ने 15 फरवरी को विदेशी ग्राहकों के लिए एक रकम लेकर अंतरिक्ष में 100 से अधिक नैनो और माइक्रो उपग्रह छोड़े थे। इनमें से ‘डोव्स’ नामक 88 उपग्रह सैन फ्रांसिस्को की एक स्टार्ट-अप ‘प्लैनेट’ के थे। इन सभी छोटे उपग्रहों को, जिनका आकार एक ब्रीफकेस से भी छोटा है, पीएसएलवी के जरिए एक सफल अभियान के तहत पृथ्वी से 506 किलोमीटर ऊपर एक ध्रुवीय कक्षा में स्थापित किया गया था।