मिनिमम बैलेंस न रखने वालों से SBI ने 9 महीने में वसूले करीब 1800 करोड़, एक तिमाही के मुनाफे से ज्यादा आमदनी

देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक ने खाते में मिनिमम बैलेंस न रखने वाले लोगों से 1,771 करोड़ रुपए की राशि वसूल की है। यह राशि बैंक ने पिछले 9 महीने में वसूल की है। बैंक ने मिनिमम बैलेंस न रखने वालों से इतना पैसा वसूल किया है कि यह बैंक के एक तिमाही की कमाई से भी ज्यादा है। यह राशि बैंक की जुलाई-सितंबर की कमाई से भी ज्यादा है। इस तिमाही में बैंक ने 1,581.55 करोड़ रुपए की कमाई की थी। वहीं यह राशि बैंक की अप्रैल-सितंबर की कुल कमाई 3,586 करोड़ रुपए के लगभग आधी है।

स्टेट बैंक ने साल 2016-17 में अपने खाता धारकों से मिनिमम बैलेंस मेंटेन नहीं करने पर कोई चार्ज नहीं लिया था। स्टेट बैंक में 42 करोड़ खाता धारक हैं। 13 करोड़ बेसिक सेविंग अकाउंट और प्रधानमंत्री जन धन योजना अकाउंट हैं। इन दोनों पर मिनिमम बैलेंस मेंटेन नहीं करने का कोई चार्ज नहीं लगता है। स्टेट बैंक के बाद पंजाब नेशनल बैंक ने अपने खाता धारकों से मिनिमम बैलेंस मेंटेन नहीं करने के चार्ज बसूले हैं।

पीएनबी ने साल 2017-18 में 97.34 करोड़ रुपए वसूले हैं। वहीं साल 2016-17 में PNB ने 130.64 करोड़ रुपए वसूले थे। इसके बाद सेंट्रल बैंक का नंबर आता है। वित्तीय वर्ष 2017-18 में सेंट्रल बैंक अपने ग्राहकों से 68.67 करोड़ रुपए वसूल कर चुकी है। पंजाब एंड सिंध बैंक एक ऐसा बैंक है जिसने 2016-17, और 2017-18 में अब तक कोई चार्ज नहीं वसूला है।

आपको बता दें कि मेट्रोपॉलिटन शहरों में खाते में मिनिमम बैलेंस में 75 फीसदी या इससे ज्यादा रुपए कम होने पर 100 रुपए और सर्विस टैक्स देना होगा। वहीं 50 से 75 फीसदी तक कम होने पर 75 रुपए और सर्विस टैक्स देना होगा। वहीं 50 फीसदी तक कम होने पर 50 रुपए और सर्विस टैक्स देना होगा। वहीं शहरी क्षेत्रों में खाते में मिनिमम बैलेंस में 75 फीसदी या इससे ज्यादा रुपए कम होने पर 80 रुपए और सर्विस टैक्स देना होगा। वहीं 50 से 75 फीसदी तक कम होने पर 60 रुपए और सर्विस टैक्स देना होगा। वहीं 50 फीसदी तक कम होने पर 40 रुपए और सर्विस टैक्स देना होगा।

 

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