देश भर में शराबबंदी की वकालत करने वाले नीतीश कुमार के मंत्री पर तारापीठ में शराब पीने का आरोप, पुलिस में दर्ज हुई शिकायत
देश भर में शराबबंदी की वकालत करने वाले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के एक मंत्री पर शराब पीकर मारपीट करने का आरोप लगा है। पश्चिम बंगाल पुलिस ने इस बाबत शिकायत भी दर्ज की है। होटल के कर्मचारियों ने बताया कि घटना के वक्त मंत्री सुरेश शर्मा और उनके सहयोगी शराब के नशे में थे। हालांकि, मंत्री ने इन आरोपों को झूठा करार दिया है। मालूम हो कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में शराबबंदी की घोषणा कर रखी है। यहां तक कि शराब पीने के मामले में एक व्यक्ति को दोषी ठहराते हुए दस साल कैद की सजा भी दी जा चुकी है। मुजफ्फरपुर से विधायक सुरेश शर्मा नगर विकास एवं आवास मंत्री हैं। वह बीजेपी कोटे से नीतीश मंत्रिमंडल में शामिल हैं।
जानकारी के मुताबिक, यह घटना तारापीठ की है। वहां के सोनार बांग्ला नामक होटल के कर्मचारियों ने मंत्री सुरेश शर्मा और उनके साथियों के खिलाफ स्थानीय रामपुरहाट पुलस में शिकायत दी है। दरअसल, बिहार के मंत्री ने सोनार बांग्ला होटल में ऑनलाइन दो रूम बुक करवाए थे। उनके निजी सचिव एस. कुमार ने बताया कि वहां पहुंचने पर होटल का कमरा ठीक नहीं लगा था। इसके बाद होटल वालों को वैकल्पिक व्यवस्था कराने या फिर पैसे लौटाने को कहा गया था। इस पर वे लोग दुर्व्यवहार करने लगे थे। दूसरी तरफ, होटल प्रबंधन ने मंत्री के आरोपों को खारिज किया है। होटल के मैनेजर सुनील गिरि ने बताया कि मंत्री और उनके लोगों को बताया गया था कि ऑनलाइन बुकिंग का पैसा उसी माध्यम से रिफंड होगा। लेकिन, वे लोग कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थे। उलटे होटल के कर्मचारियों पर हमला कर दिया गया। होटल के एक अन्य कर्मचारी प्रणब मन्ना ने बताया कि बहस के दौरान मंत्री और उनके ज्यादातर सहयोगियों के मुंह से शराब की बू आ रही थी। सुनील गिरि ने बताया कि एक महिला को छोड़ कर मंत्री समेत सबने शराब पी रखी थी।
इस मामले में दोनों पक्षों की ओर से पुलिस में शिकायत दी गई है। बीरभूम जिले के कलेक्टर पी. मोहनगांधी ने बताया कि रामपुरहाट के एसडीओ को मामले की छानबीन करने का निर्देश दिया गया है। मंत्री सुरेश शर्मा ने कहा, ‘हंगामे की घटना सोमवार (1 जनवरी) की है, जबकि मैँ मंगलवार (2 जनवरी) सुबह 11 बजे बिहार के लिए रवाना हुआ था। ऐसे में पुलिस मेरी और मेरे सहयोगियों की जांच कर सकती थी।’ मालूम हो कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में शराब पीने को अपराध की श्रेणी में डाल रखा है। ऐसे में मंत्री द्वारा शराब पीने की घटना सामने आने से उनकी नीतियों पर सवाल उठ सकते हैं। हालांकि, यह घटना बिहार में नहीं हुई है।