इस संस्थान के छात्रों को मिला 95 लाख रुपये का सैलरी पैकेज

दुनिया भर की अर्थव्यवस्था की सुस्त रफ्तार के बावजूद भारतीय छात्रों को लाखों रुपये के पैकेज पर हायर किया जा रहा है। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेन ट्रेड (आईआईएफटी) के कई छात्रों का डेढ़ लाख डॉलर (95 लाख रुपये से ज्यादा) के वार्षिक पैकेज पर कैंपस प्लेसमेंट किया गया है। कंपनियों यह विश्वास तब दिखाया है, जब भारत समेत दुनिया की तमाम देशों की आर्थिक हालत सुस्त है। आईआईएफटी वाणिज्य मंत्रालय के तहत आता है। आईआईएम और आईआईटी के छात्र खासकर कंपनियों की निगाह में होते हैँ।

जानकारी के मुताबिक, आईआईएफटी के चार छात्रों को तकरीबन एक करोड़ रुपये का सालाना पैकेज दिया गया है। संस्थान ने बताया कि सात छात्रों का 80,000 हजार डॉलर (तकरीबन 51 लाख रुपये) के सलाना पैकेज पर कैंपस प्लेसमेंट हुआ है। आईआईएफटी ने एक बयान जारी कर बताया कि संस्थान में अतंरराष्ट्रीय प्लेसमेंट का दौर चल रहा है। इसके तहत अब तक कई बहुराष्ट्रीय और राष्ट्रीय कंपनियां छात्रों को नौकरियों का प्रस्ताव दे चुकी हैं। संस्थान के कुल 31 छात्रों को लैटिन अमेरिका, थाईलैंड, अफ्रीका और दक्षिण-पूर्व एशिया में विभिन्न पदों पर नौकरियां मिल चुकी हैं। संस्थान ने बताया कि कैंपस प्लेसमेंट के लिए आने वालों में ब्रिटिश टेलीकॉम, डीबीएस, गोदरेज, हीरो मोटरकॉर्प, मदर डेयरी, शपूरजी पालोनजी, टेट्रा पार्क और टीवीएस मोटर्स जैसी कंपनियां शामिल हैं। इन्होंने विदेशों में नियुक्तियों के लिए छात्रों को हायर किया है। आमतौर पर दिसंबर के बाद से देश के विभिन्न संस्थानों में कैंपस प्लेसमेंट का दौर शुरू हो जाता है।

आईआईएफटी ने बताया कि छात्रों को औसतन 19.23 लाख रुपये का सालाना पैकेज दिया गया है। भारत में नौकरियों के लिए यह आंकड़ा औसतन 18.27 लाख रुपये का है। आईआईएफटी में सबसे लोकप्रिय स्ट्रीम इंटरनेशनल बिजनेस में एमबीए है। इसके लिए प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया जाता है। दाखिले की प्रक्रिया तीन चरणों में संपन्न होती है। ज्ञात हो कि कैंपस प्लेसमेंट के मामले में सामान्य तौर पर प्रबंधन के छात्रों का बोलबाला रहता है, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में इंजीनियरिंग के छात्रों को भी बेहतर मौके मिलने लगे हैं।

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