शिक्षक घोटाला: मंत्री, अतिरिक्त मुख्य सचिव पर कसा सीबीआई का शिकंजा, केस दर्ज
केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने मेघालय के पीडब्ल्यूडी मंत्री अंपरीन लिंगदोह और राज्य के अतिरिक्त मुख्य सचिव पी एस थांगखिव के खिलाफ शिक्षकों की नियुक्ति में कथित गड़बड़ी को लेकर मामला दर्ज किया है। यह मामला वर्ष 2008-09 में शिक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रिया के दौरान अंकपत्र की कथित हेरफेर करने से संबंधित है। सीबीआई के एक अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि एजेंसी ने मेघालय उच्च न्यायालय के आदेश पर यह कार्रवाई की है। कथित गड़बड़ी के समय शिक्षा मंत्री रहे लिंगदोह और शिक्षा विभाग के तत्कालीन प्रधान सचिव और 1984 बैच के आईएएस अधिकारी के खिलाफ आपराधिक साजिश रचने, धोखाधड़ी और अन्य आरोपों को लेकर आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
थांगखिव अभी अतिरिक्त सचिव हैं और उनके पास गृह जैसा अहम विभाग है। मेघालय में इस साल की पहली तिमाही में चुनाव होना है। एजेंसी ने प्राथमिकी में प्राथमिक एवं जन शिक्षा विभाग के निदेशालय एवं अज्ञात लोगों को भी आरोपी बनाया है। मेघालय उच्च न्यायालय ने दो नवंबर, 2017 को सीबीआई को इस मामले को राज्य पुलिस से अपने हाथ में लेने का निर्देश दिया था। आरोप है कि लिंगदोह ने उस समय प्राथमिक और जन शिक्षा की निदेशक जे डी संगमा और उनकी दो समर्थकों को अंकपत्र में छेड़छाड़ करने और उसके साथ धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया था।
उल्लेखनीय है कि मेघालय में सत्तारूढ़ कांग्रेस को तगड़ा झटका देते हुए उसके वरिष्ठ विधायक एलेक्जेंडर एल हेक और तीन अन्य विधायक मंगलवार को भाजपा में शामिल हो गए। मेघालय में इस वर्ष विधानसभा चुनाव होने हैं। हेक के अतिरिक्त विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष सनबोर शुल्लाई (जो पिछले वर्ष तक राज्य में राकांपा के अध्यक्ष थे), दो निर्दलीय विधायक जस्टिन डखार और रोबिनस सिंगकोन शिलांग में एक रैली में पार्टी में शामिल हुए। उनके अलावा जयंतिया हिल्स आॅटोनॉमस डिस्ट्रिक्ट काउंसिल के सदस्य हैमर्बेटस नोंगतदू भी पार्टी में शामिल हुए।