आशुतोष ने दी संजय सिंह की संपत्‍ति की जानकारी, लोग लेने लगे मजे

आम आदमी पार्टी की तरफ से राज्यसभा सांसद के लिए उम्मीदवारों की सूची में स्थान पाने वाले नेता संजय सिंह की संपप्ति के बारे में पार्टी नेता आशुतोष ने आंकड़े जारी कर जानकारी दी है। गुरुवार (4 जनवरी) को आशुतोष ने ट्वीट में लिखा- भाई संजय सिंह के खाते में कुल जमा पूंजी- 23 हजार रुपये हैं। 16500 रुपये कैश और 20000 रुपये वाहन के हैं। कुल मिलाकर 59500 रुपये हैं। आशुतोष के यह ट्वीट करने भर की देर थी कि लोगों ने मजे लेना शुरू कर दिया। किसी ने कहा कि गुप्ता के खाते में पूरा केजरीवाल है तो किसी ने आशुतोष को गुप्ता जी के लिए एक गरम चाय बनाने का ऑर्डर दे डाला। एक यूजर ने कहा कि इसका सबूत दिखाओ नहीं तो अपना जन्म प्रमाण पत्र लाओ, इससे पहले कि हम तुम्हें असंवैधानिक घोषित कर दें। वहीं एक यूजर ने मीम शेयर कर संजय सिंह को पहले रईस और बाद में मेंढक दिखाया। आशुतोष से संजय सिंह की पासबुक भी मांग ली गई। एक यूजर ने दुखती रग पर हाथ रख दिया। उसने पूछा- आपके अकाउंट में तो 16 रुपये ही थे, फिर आपको क्यों नहीं भेजा राज्यसभा?

ashutosh@ashutosh83B

भाई संजय सिंह के खातें में कुल जमा पूँजी है – 23k cash
16500 bank
20000 vehicle
Total-59500

एक और यूजर ने कहा कि पार्टी को इतनी मुश्किल से तीन लोकसभा सीटें मिलीं तो पार्टी के लोगों को ही राज्यसभा भेजना चाहिए था, बाहर के लोगों को नहीं। पार्टी में मीरा सान्याल, आशीष खेतान, आशुतोष, कुमार विश्वास, दिलीप पांडेय जैसे नेता मौजूद हैं।

एक यूजर ने कहा कि संजय सिंह के खाते पर अब तेरी काली नजर लग गई, कल तक सूपड़ा साफ हो जाएगा। एक यूजर ने आशुतोष को राज्यसभा का टिकट न मिलने पर उन्हें रंगभेद तक का शिकार बता दिया। एक यूजर ने कहा कि तुम क्या उसकी बीवी है जो सारा हिसाब तुम्हारे पास है। एक यूजर ने तो राजनीति छोड़कर पंचर की दुकान तक खोलने की नसीहत दे डाली, कहा कि इससे ज्यादा पंचर बनाने वाला कमा लेता है।

आम आदमी पार्टी ने संजय सिंह के अलावा एनडी गुप्ता और सुशील गुप्ता के नामों की घोषणा राज्यसभा उम्मीदवार के लिए की है। संजय सिंह पार्टी संयोजक हैं तो एनडी गुप्ता चार्टर्ड अकाउंटेंट और सुशील गुप्ता एक चैरिटेबल स्कूल चलाते हैं। बुधवार (3 जनवरी) को दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने आप के राज्यसभा उम्मीदवारों के नामों की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि 18 बड़े नामों पर विचार करने के बाद इन तीन नामों पर सहमति बनी। वहीं, इससे पहले कयास लगाए जा रहे थे कि पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक रहे नेता कुमार विश्वास के नाम पर पार्टी गौर करेगी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। कुमार विश्वास और पार्टी के बीच लंबे समय से तल्खी चल रही थी। ओखला से पार्टी विधायक अमानतुल्ला खान और कुमार विश्वास के बीच खूब ठनी रही। जिसने विश्वास की इमेज पर फर्क डाला। अमानतुल्ला खान विश्वास पर बीजेपी से मिले होने का आरोप लगाते रहे हैं। वहीं, उम्मीदवारों के नामों की घोषणा के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने यहां तक कहा कि जिन्हें पद का लालच है वे पार्टी छोड़ सकते हैं।

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