नाले पर नहीं था पुल, एंबुलेंस तक एक किलोमीटर खाट पर लेकर गए परिजन, हुई मौत
महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में नाले को पार करने के लिए उचित पुल नहीं होने के कारण बुजुर्ग को एम्बुलेंस तक पहुंचाने के लिए उनके परिवार के सदस्य और गांववाले करीब एक किलोमीटर तक उन्हें चारपाई पर लेकर गए लेकिन इन सभी प्रयासों के बावजूद उनकी जान नहीं बचाई जा सकी। भाम्रागढ़ ग्रामीण अस्पताल के इमरजेंसी सेल के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रणय मंडल ने आज बताया कि जिले में जुव्वी गांव निवासी कारपा पुनगाती ने रविवार की सुबह उल्टी और पेट में दर्द की शिकायत की जिसके बाद उसके परिवार के सदस्यों ने अस्पताल से संपर्क किया।
अस्पताल ने मरीज को लाने के लिए एम्बुलेंस भेजी। एम्बुलेंस में मौजूद मंडल ने कहा कि नाले पर भाम्रागढ़ को जुव्वी से जोड़ने वाला पुल यात्रा के लिए पूरी तरह तैयार नहीं था जिससे वाहन अपने गंतव्य तक नहीं पहुंच पाया। हाल ही में हुई भारी बारिश के कारण यह पुल क्षतिग्रस्त हो गया था। उन्होंने बताया कि पुनगाती के रिश्तेदार और कुछ गांववाले उसे नाला पार करके करीब एक किलोमीटर तक चारपाई पर लाए और बाद में भाम्रागढ़ पहुंचने के लिए उन्हें एम्बुलेंस में लेकर गए।
मंडल ने कहा कि अस्पताल में इलाज के दौरान रविवार शाम को मरीज की मौत हो गई। भाम्रागढ़ पुलिस थाने के सब इंस्पेक्टर एन डी मजूमदार ने बताया कि अस्पताल ने इस घटना के बारे में पुलिस को सूचना दी जिसने दुर्घटनावश मौत की रिपोर्ट (एडीआर) दर्ज की।
उन्होंने बताया कि एडीआर को आगे जांच के लिए जुव्वी के नजदीक धोद्राज पुलिस थाने भेज दिया गया है। स्थानीय लोगों के अनुसार, आसपास के अन्य गांवों के लोग नाले पर उचित पुल ना होने के कारण काफी परेशानियों का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इमरजेंसी के समय डॉक्टरों को भी दूरवर्ती इलाकों में पहुंचने में मुश्किलें आ रही हैं।