कर्मचारियों को नौकरी से निकालने के लिए बाउंसरों का इस्तेमाल! इस कंपनी के खिलाफ पुलिस ने दर्ज की एफआईआर

हैदराबाद में गुरुवार को पुलिस ने एक कंपनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। ऐसा इसलिए क्योंकि कंपनी ने अपने कर्मचारियों को नौकरी से निकालने के लिए बाउंसर्स का इस्तेमाल किया था। कर्मचारियों से इस दौरान जबरन इस्तीफे भी लिखवाए गए थे। यह मामला यहां के माधापुर स्थित वेराइजन डाटा सर्विसेज इंडिया (वीडीएसआई) प्राइवेट लिमिटेड से जुड़ा हुआ है। आईटी प्रोफेशनल्स के फोरम फॉरआईटी के मुताबिक, इस मामले की शुरुआत बीते साल 15 नवंबर से होती है। कंपनी ने तब चेन्नई में अपने 500 कर्मचारियों से नौकरी छोड़ने के लिए कह दिया था। जबकि, 12 और 13 दिसंबर को हैदराबाद में कंपनी ने अपने 200 कर्मचारियों को निकालने की बात कही थी। कर्मचारियों का आरोप है कि वे लोग जब इस मामले को लेकर एचआर से मिलने गए थे, तो उन्हें जाने के लिए लिए कहा गया। यह कंपनी के प्रबंधन विभाग का फैसला था। यही नहीं, इस दौरान कमरे में कुछ बाउंसर्स और काउंसलर्स भी मौजूद थे।

टीएनएम को एक कर्मचारी ने इस बारे में बताया, “बाउंसर्स ने मुझे कुर्सी की ओर धक्का दिया था। मैंने जब तक दस्तावेज पर साइन नहीं किए थे, तब तक वह मुझे पकड़े हुए थे। यह बेहद अजीब अनुभव था। मैं नहीं बता सकता कि मुझे उस दौरान कैसा महसूस हो रहा था।” अंग्रेजी अखबार द टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के अनुसार, इसी के बाद वीडीएसआई कंपनी के खिलाफ आईपीसी की धारा 506 और 341 के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। पिछले हफ्ते राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग (एनएचआरसी) के जरिए एक याचिका दायर की गई थी। उसमें कुछ ऐसी ही कंपनियों का जिक्र था, जो बेवजह अपने कर्मियों को परेशान करती हैं और उन्हें नौकरी छोड़ने के लिए मजबूर करती हैं।

फॉरआईटी में टेक्नोलॉजी क्षेत्र से जुड़े हुए तकरीबन 70 लोग इन कंपनियों से प्रभावित हुए। उन्होंने अपनी याचिका में एनएचआरसी के हस्तक्षेप की मांग की, ताकि कंपनियों द्वारा इस तरह की चीजें कर्मचारियों के खिलाफ न की जा सकें। मामले से जुड़ी शिकायत में कहा गया, “बाउंसर्स को बुलाने का मतलब सिर्फ आपराधिक धमकी से जुड़ा है, जो कंपनी प्रबंधन की ओर से किया गया।”

उधर, वेराइजन के प्रवक्ता का इस बाबत कहना है, “चूंकि कंपनी अपने रणनीति को संघटित कर रही है, इसलिए हम माप सकते हैं, प्रतिस्पर्धा दे सकते हैं और सफल हो सकते हैं।” कंपनी ने आगे बताया, “किसी खास आंकड़े पर पहुंचने के लिए हम रोल रैशनलाइजेशन नहीं कर रहे, बल्कि हम कारोबार की जरूरतों के हिसाब से प्रतिभाओं को मापने के लिए ऐसा कर रहे हैं।”

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