सपा का आरोप- संघ के इशारे पर अल्पसंख्यकों, दलितों और पिछड़ों को समाप्त करने का कुचक्र रच रही भाजपा
समाजवादी पार्टी (सपा) ने केन्द्र और उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकारों पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के इशारे पर अल्पसंख्यकों, दलितों और पिछड़ों को समाप्त करने का कुचक्र रचने का आरोप लगाते हुए इसके खिलाफ राष्ट्रव्यापी संघर्ष का ऐलान किया है। सपा के वरिष्ठ नेता और उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी ने गुरुवार रात संवाददाताओं से बातचीत में आरोप लगाया कि देश और उत्तर प्रदेश में जब से भाजपा की सरकार बनी है तभी से संघ के इशारे पर पिछड़ा वर्ग, दलितों तथा अल्पसंख्यकों का दमन किया जा रहा है। उन्होंने महाराष्ट्र में पिछले दिनों दो पक्षों की हिंसक झड़प का जिक्र करते हुए कहा कि महाराष्ट्र की घटना से भाजपा का दलित विरोधी चेहरा उजागर हो गया है। भाजपा एक रणनीति के तहत दलितों, पिछड़े वर्ग के लोगों तथा अल्पसंख्यकों को नेस्तनाबूद करने पर आमादा है।
चौधरी ने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश में सरकार बनते ही योगी सरकार ने स्लॉटर हाउस बंद करने की आड़ में मुसलमानों को परेशान किया। सहारनपुर में दलितों पर बर्बर अत्याचार किया गया और उनकी लड़ाई लड़ने वाले को जेल भेजा गया। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी भाजपा सरकार के दमनकारी नीतियों के खिलाफ अहिंसात्मक तरीके से महात्मा गांधी, राम मनोहर लोहिया तथा लोकनायक जयप्रकाश नारायण के दिखाए गए रास्ते का अनुसरण करते हुए राष्ट्रव्यापी संघर्ष करेगी।
चौधरी ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा सरकार तीन तलाक के खिलाफ प्रस्तावित कानून के जरिए मुसलमानों का दमन करना चाहती है। वहीं दूसरी तरफ, सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कुछ दिनों पहले मांग की थी कि उत्तर प्रदेश में लोकसभा सीटों के लिए होने वाले उपचुनावों में मतदान ईवीएम के बजाय मतपत्र से कराने पर विचार किया जाए। उन्होंने कहा था कि इसके लिए वह जनवरी के दूसरे सप्ताह में विपक्षी दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक करेंगे। सपा के प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने बताया था कि अखिलेश के साथ पार्टी पदाधिकारियों की हुई बैठक में लोकसभा के होने वाले उपचुनावों-गोरखपुर और फूलपुर में ईवीएम के स्थान पर मतपत्रों से मतदान कराने पर चर्चा की गई थी।