क्या आज भी शनिवार वाड़ा में चीखती है पेशवा राजकुमार की आत्मा? हुई थी ऐसी दर्दनाक मौत!
पुराने जमाने में बड़े बुजुर्ग जो कहानियां सुनाते थे उनमें कभी-कभी भूत की कहानियां भी शामिल होती थी। सिनेमा जगत में भी हॉरर फिल्मों से खूब कमाई की जाती है। वहीं मानव इतिहास में भी बहुत सी भूत-प्रेतों की कहानियां चर्चा में बनी रहती हैं। कुल मिलाकर भले ही भूत-प्रेतों की कहानियों को कुछ लोग झूठा मानते हों। इसके बावजूद ये कहानियां हमारे इर्द-गिर्द घूमती नजर आती हैं। यहां तक कि ऐसे बहुत से लोग हैं जो भूत-प्रेतों की कहानियों में विश्वास भी रखते हैं। जहां वैज्ञानिक आज तक भूत-प्रेतों के कोई भी ठोस सबूत ढूंढ़ पाने में असफल रहे हैं। वहीं ऐसे हजारों लोग मौजूद हैं, जो भूत-प्रेतों को देखने की बात कहते हैं। इसके अलावा भारत में ही ऐसी बहुत सी जगह हैं जहां भूतों का बसेरा माना जाता है। उन्हीं में से एक है पुणे का शनिवार वाड़ा किला। चलिए आज हम आपको इस जगह जुड़ी से कुछ रोचक बातें बताते हैं।
बताया जाता है कि है कि इस किले में पेशवाओं के राजकुमार बच्चे की आत्मा का वास है। दरअसल इस भुतहा जगह के बारे में कहा जाता है कि सत्ता के लालच में 18 वर्षीय नारायण राव की हत्या इस महल में कर दी गई थी। उस वक्त यहां पेशवाओं का अधिकार था और नारायण राव को पेशवाओं के राजकुमार बनाया गया था। नारायण के राजकुमार बनने पर उसकी चाची आनंदीबाई खुश नहीं थी। कहा यह भी जाता है कि इसी वजह से चाची आनंदीबाई ने नारायण को मरवाया था।
यहां तक कि लोगों का कहना यह भी है कि अपनी जान बचाने के लिए नारायण पूरे महल में छिपता रहा और हत्यारों ने उसे ढूंढ़ कर मार डाला था। वह अपने चाचा को आवाज लगाता रहा लेकिन कोई उसकी मदद के लिए नहीं आया। लोगों का कहना है कि अमावस की रात को एक दर्द भरी आवाज आती है जो बचाओ-बचाओ पुकारती है। चांदनी रात में ये जगह और अधिक भयानक हो जाती है।