जीएसटी से परेशान व्यापारी जहर खाकर पहुंचा बीजेपी दफ्तर, मचा हड़कंप
उत्तराखंड में एक शख्स ने मोदी सरकार के नोटबंदी और वस्तु एवं सेवा कर (जीएटी) से परेशान होकर जहर खा लिया। शख्स ट्रांसपोर्ट कारोबारी बताया जा रहा है। हल्दवानी स्थित बीजेपी दफ्तर में शनिवार (6 जनवरी) व्यापारी ने यह कहते हुए हड़कंप मचा दिया कि नोटबंदी और जीएसटी से परेशान होकर उसने जहर खा लिया है। दफ्तर में बीजेपी के मंत्री सुबोध उनियाल का जनता दरबार चल रहा था, उसी वक्त व्यापारी वहां पहुंचा और जोर-जोर से चिल्लाकर रोने लगा। वह कहने लगा- मुझे परेशान कर दिया है सरकार ने, मैं कर्जदार हो गया हूं नोटबंदी और जीएसटी के बाद। जहर खाने वाले इस शख्स का नाम पांडेय बताया जा रहा है। पांडेय ने आगे कहा- पिछले पांच वर्षों से मैं सरकार तक अपनी समस्या पहुंचाना चाहता हूं, लेकिन मुख्यमंत्री किसी काम के नहीं हैं… वह किसी की नहीं सुनते हैं। मेरी तरह (नोटबंदी और जीएसटी की वजह से कर्जदार हुए) और भी कई लोग हैं। मैं अब जीना नहीं चाहता। मैंने जहर खा लिया है।
पिछले पांच वर्षों से ट्रांसपोर्ट का कारोबार कर रहे पांडेय ने अपनी खाली जेब दिखाई जिसमें वह जहर रखे होने का दावा कर रहा था। जहर की बात सामने आते ही मौके पर अफरा-तफरी मच गई। आनन-फानन में पांडेय को दून स्थित अस्पताल में जाया गया जहां उसे आईसीयू में रखा गया। अस्पताल के चीफ मेडिकल सुप्रीटेंडेंट केके टम्टा ने बताया कि व्यापारी को देखरेख में रखा गया है। उसकी गंभीर हालत को देखते हुए प्राइवेट अस्पताल में उसे रेफर कर दिया गया है। दून अस्पताल में पांडेय को देखने वाले एक डॉक्टर ने बताया कि उसकी हालत बहुत गंभीर है, अगले 24 घंटे उसके लिए बेहद मुश्किल भरे हैं।
मीडिया से बात करते हुए उनियाल ने बताया कि आदमी ने नोटबंदी और जीएसटी के कारण जहर खा लिया था। व्यापार में नुकसान व्यक्तिगत समस्या नहीं है। उसने जो किया उसके पीछे राजनीतिक साजिश हो सकती है। व्यापारी इससे पहले प्रधानमंत्री कार्यालय और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत को अपनी समस्या के बारे में पत्र लिख चुका है, लेकिन उसे कोई राहत नहीं मिली।