हज समिति कार्यालय की दीवारों पर भगवा रंग, भाजपा ने बताया- ठेकेदार की लापरवाही
उत्तर प्रदेश हज समिति के कार्यालय की चहारदीवारी पर चटख भगवा रंग लगाने को लेकर आलोचनाओं का सामना कर रही भाजपा सरकार ने आज स्वीकार किया कि ठेकेदार ने लापरवाही बरती है ।राज्य सरकार की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया, ””उत्तर प्रदेश राज्य हज समिति कार्यालय की रंगाई-पुताई व अनुरक्षण के कार्य में ठेकेदार द्वारा लापरवाही बरतने पर राज्य हज समिति के सचिव व कार्यपालक अधिकारी आर पी ंिसह ने इसका तत्काल संज्ञान लेकर दिये गये निर्देशों के अनुसार कार्य में सुधार कराने के साथ ही सम्बन्धित ठेकदार के विरूद्ध कार्यवाही करने के निर्देश दिये हैं।”” विज्ञप्ति के अनुसार ंिसह ने बताया कि विधानसभा मार्ग स्थित उत्तर प्रदेश राज्य हज समिति कार्यालय की रंगाई पुताई एवं अनुरक्षण का कार्य हज समिति द्वारा ठेकेदार के माध्यम से पूर्व में दिये गये निर्देशों के अनुसार कराया जा रहा था, जिसमें लापरवाही बरती गई।
उन्होंने कहा कि इसके बारे में कतिपय समाचार पत्रों में खबरें भी प्रकाशित हुई थीं। इसी परिप्रेक्ष्य में उन्होंने मौके पर जाकर कार्य का निरीक्षण किया और पाया कि ””जो रंग चहारदीवारी का करने के निर्देश दिये गये थे उसमें लापरवाही बरती गयी और निर्देशों के विपरीत रंग को कुछ अधिक गाढ़ा कर दिया गया।”” विज्ञप्ति के मुताबिक इसे तत्काल रोक दिया गया और निर्देशों के अनुसार ही चहारदीवारी की रंगाई-पुताई व अनुरक्षण का कार्य कराने के निर्देश सम्बन्धित को दिये। राजधानी में मुख्यमंत्री कार्यालय और कुछ अन्य भवनों के बाद उत्तर प्रदेश राज्य हज समिति के कार्यालय की बाहरी दीवारें भगवा रंग में रंग दी गयी थीं ।
दीवारों पर भगवा पेंट राज्य संपत्ति विभाग की ओर से परसों कराया गया । इस प्रकरण पर सपा प्रवक्ता सुनील ंिसह साजन ने कल कहा था कि भाजपा रंग बदलने के लिए जानी जाती है । वह केवल अपनी गलतियों और विफलताओं को छिपाने के लिए ऐसा कर रही है ।
आल इंडिया शिया पर्सनल ला बोर्ड के प्रवक्ता यासूब अब्बास ने गहरी आपत्ति प्रकट करते हुए कहा कि ये सब क्या है । भाजपा भगवा रंग रंगेगी, सपा हरा चुनेगी और बसपा नीला … । यह रंग की राजनीति है, जिससे बचा जाना चाहिए ।संपर्क करने पर अल्पसंख्यक मामलों के राज्य मंत्री मोहसिन रजा ने पीटीआई भाषा को बताया था, ””मुझे उन लोगों की बात समझ नहीं आती जिन्हें नये रंग से दिक्कत है । क्या भगवा राष्ट्रविरोधी रंग है ? भगवा उजाले और ऊर्जा का प्रतीक है ।”” उन्होंने कहा, ””जब सूरज की पहली किरण धरती पर पड़ती है तो यह भगवा रोशनी के साथ आती है ।”” रजा ने कहा कि भगवा रंग सकारात्मकता का प्रतीक है । यह भगवान का तोहफा है । मुझे लगता है कि जो हज समिति के कार्यालय की दीवारों पर भगवा रंग लगाने के खिलाफ हैं, वे तिरंगे के केसरिया रंग पर भी आपत्ति कर सकते हैं । कुल मिलाकर सरकारी कार्यालय की बाहरी दीवारों को पेंट किया गया है ना कि उसके भवन या किसी की निजी संपत्ति को ।
भगवा रंग अधिकांशतया हिन्दुत्व से जोडा जाता है विशेषकर संघ परिवार से, जिसका भाजपा हिस्सा है । लाल बहादुर शास्त्री भवन एनेक्सी के आगे की दीवारों को भी भगवा रंग से रंगा गया है । यहां मुख्यमंत्री और शीर्ष अधिकारियों के दफ्तर हैं ।मार्च 2017 में पद संभालने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भगवा रंग को लेकर अपनी रूचि प्रर्दिशत की थी क्योंकि राज्य सरकार ने सरकारी बुकलेट के कवर और जनसंपर्क विभाग एवं मंत्रालयों की ओर से जारी होने वाले सरकारी पोस्टरों को भगवा रंग दिया । पिछले वर्ष अक्तूबर में उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की 50 बसें ”संकल्प सेवा” के नाम से शुरू की गयीं । ग्रामीण इलाकों के लिए शुरू की गयी इस सेवा में उपयोग हो रही बसें भगवा रंग की हैं । ऊर्जा मंत्रालय ने भी ऐलान किया कि अनधिकृत कालोनियों को दिये जाने वाले बिजली कनेक्शन भगवा रंग से रंगे खंभों के जरिए ष्दिये जाएंगे । भगवा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पसंदीदा रंग है । यहां तक कि बैठकों या सम्मेलनों में वह जिन कुर्सियों पर बैठते हैं, उन पर भगवा रंग का तौलिया होता है । योगी स्वयं भगवा रंग के वस्त्र पहनते हैं और उनके अनुयायी उन्हें महाराज के नाम से पुकारते हैं । दिलचस्प बात है कि योगी के क्षेत्र गोरखपुर स्थित ऐतिहासिक घंटाघर भी भगवा रंग से रंगा हुआ है ।