किट्टी घोटाले पर गरमाई उत्तराखंड की सियासत, कांग्रेस और भाजपा का एक दूसरे पर हमला
उत्तराखंड में आजकल पचास करोड़ से ज्यादा के किट्टी घोटाले को लेकर भाजपा और कांग्रेस में जमकर सियासत चल रही है। इस वजह से सूबे का राजनैतिक माहौल गरमा गया है। कांग्रेस और भाजपा नेता इस घोटाले को लेकर एक-दूसरे पर जमकर कीचड़ उछाल रहे हैं। दरअसल किट्टी घोटाले में भाजपा की दो महिला नेता फंसी हुई हंै। इनमें से एक पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा सांसद रमेश पोखरियाल निशंक और दूसरी महिला नेता सूबे की भाजपा सरकार के कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक की खास बताई जा रही है। भाजपा की घेराबंदी करने के लिए कांग्रेस ने भाजपा के इन ताकतवर नेताओं के खिलाफ मोर्चा खोल लिया है। किट्टी घोटाले को लेकर अब तक पुलिस ने पांच लोगों के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए हैं। इनमें दो मुकदमे भाजपा की महिला नेता गुरप्रीत कौर, उसके पति सविंदर सिंह और शुभांगी त्रिपाठी के खिलाफ दर्ज किए गए हंै। शुभांगी को पूर्व मुख्यमंत्री निशंक और गुरप्रीत कौर को कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक का खास माना जाता है। किट्टी घोटाला उस वक्त सामने आया जब गुरप्रीत कौर और उसके पति सविंदर की जीआइसी कंपनी के बाहर किट्टी घोटाले से पीड़ित महिलाओं ने प्रदर्शन किया। कांग्रेस ने इस मुद्दे को हाथोंहाथ ले लिया और भाजपा के ताकतवर नेता कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। किट्टी घोटाले में गुरप्रीत और सविंदर सिंह फिलहाल हरिद्वार जिले की जेल रोशनाबाद में बंद हैं। भाजपा की दूसरी नेता शुभांगी त्रिपाठी पर पुलिस प्रशासन ने शिकंजा कस रखा है। हरिद्वार के जिलाधिकारी दीपक रावत के निर्देश पर पुलिस ने किट्टी चलाने वाले सभी लोगों के खिलाफ जांच-पड़ताल शुरू कर दी है।
किट्टी घोटाले की सबसे बड़ी सरगना गुरप्रीत कौर को तो पुलिस ने तुरंत गिरफ्तार कर जेल भेज दिया, परंतु उसका पति सविंदर स्ािंह पुलिस को चकमा देकर कई दिन तक फरार रहा। बाद में उसने पुलिस की कार्यशैली पर सवालिया निशान लगाते हुए पुलिस की आंखों में धूल झोंककर हरिद्वार की जिला अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया। बताते हैं कि सूबे के एक ताकतवर मंत्री की शह पर सविंदर सिंह के प्रति पुलिस का लचीला रवैया रहा। किट्टी संचालकों के खिलाफ कांग्रेस की महिला कार्यकर्ताओं ने भाजपा के नेता मदन कौशिक के घर और भाजपा नेता गुरप्रीत कौर के जीआइजी मार्ट के बाहर भी धरना-प्रदर्शन किया।किट्टीबाजों ने पूरे उत्तराखंड में एक हजार से ज्यादा एजंट बना रखे थे जो लोगों को सुनहरे ख्वाब दिखाकर किट्टी के धंधे में लाखों रुपए लगवाते थे। जब यह रकम वापस करने का समय आता था, तब किट्टी के धंधेबाज रकम देने में आनाकानी करते थे। करीबन 50 हजार से ज्यादा लोग किट्टीबाजों के जाल मे बुरी तरह फंसे हुए हैं। इनकी साठ करोड़ से ज्यादा रकम किट्टी के धंधे में डूबी हुई है।
पुलिस ने किट्टीबाजों के विभिन्न ठिकानों में छापे मारकर कई महत्त्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किए। किट्टी की रकम से ही गुरप्रीत और सविंदर ने जीआइजी मार्ट खोला था। भाजपा की दूसरी महिला नेता शुभांगी त्रिपाठी ने कान्हा के नाम से किट्टी कंपनी और रेस्टोरेंट खोल रखा था। इसमें किट्टी के नाम पर बटोरी गई लाखों की रकम लगा रखी थी। भाजपा से जुड़े एक साधु और उसकी चेली ने भी किट्टी का धंधा चला रखा था। पुलिस ने किट्टी घोटालेबाजों के खिलाफ विशेष जांच दल का गठन किया है। यह जांच दल पुलिस अधीक्षक (अपराध शाखा) की देखरेख में जांच करेगा। हरिद्वार की नगर पुलिस अधीक्षक ममता बोरा ने बताया कि अब तक चार से ज्यादा लोगों के खिलाफ किट्टी घोटाले को लेकर मुकदमा दर्ज किया जा चुका है और शुभांगी त्रिपाठी की जांच भी एसआइटी करेगी। गुरप्रीत और उसके पति ने पुलिस रिमांड में किट्टी की अधिकांश रकम जीआइजी मार्ट में लगाने की बात कबूली है। केवल गुरप्रीत कौर पर ही 40 करोड़ से ज्यादा का किट्टी घोटाला करने का आरोप है।
कांग्रेस के पूर्व विधायक अमरीश कुमार का कहना है कि भाजपा नेताओं और किट्टी संचालकों का उत्तराखंड में एक गठजोड़ बना हुआ है। इस कारणहरिद्वार के हजारों लोगों की खून-पसीने की कमाई भाजपाइयों के साथ मिलकर किट्टी वाले डकार गए हैं। किट्टीबाजों को हरिद्वार के स्थानीय विधायक और कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक का पूरी तरह संरक्षण प्राप्त है। भाजपा के नेता किट्टी संचालन में लगी महिलाओं के केवल संरक्षण दाता ही नहीं हैं बल्कि इन महिलाओं का राजनीतिक उपयोग और किट्टी के पैसे का राजनीतिक इस्तेमाल भी किया जा रहा था। भाजपा के जिला उपाध्यक्ष विकास तिवारी का कहना है कि किट्टी घोटाले की असली दोषी कांग्रेस है। कांग्रेस के शासनकाल में किट्टी घोटाला पनपा और किट्टी घोटाले की आरोपी भाजपा में आने से पहले कांग्रेस की पदाधिकारी थी। भाजपा ने विपक्ष मे रहते हुए किट्टीबाजों को पकड़ने की मांग की थी, परंतु तब कांग्रेस सरकार ने किट्टीबाजों के खिलाफ कोई कार्रवाई ही नहीं की। अब भाजपा सरकार किट्टीबाजों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है तो कांग्रेस के नेता बौखलाकर भाजपा को बदनाम कर रहे हैं।