द्वारका की 150 सोसायटीज में लगाए गए सौर ऊर्जा सयंत्र, सूरज से जगमगाएगा हर कोना

दिल्ली के ऊर्जा मंत्री सत्येंद्र जैन ने रविवार को द्वारका में सोलर सिटी का उद्घाटन किया। इस परियोजना के पहले चरण में द्वारका की 150 सोसायटीज में सौर ऊर्जा संयत्र लगाए जाएंगे। इसके साथ ही उपभोक्ताओं के लिए एक पूर्ण समर्पित सोलर हेल्पलाइन भी शुरू की गई है। बीएसईएस के मौजूदा कॉल सेंटर नंबर पर इसके लिए, अन्य लाइनों से बिल्कुल अलग लाइनें उपलब्ध कराई गई हैं, ताकि उपभोक्ताओं को सौर ऊर्जा से जुड़े सवालों व समस्याओं का समाधान मिल सके। बीएसईएस राजधानी पावर लिमिटेड (बीआरपीएल) ने यूनाइटेड स्टेट्स एजंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (यूएसएड) और भारत-जर्मन सहयोग (जीआइजेड) के साथ मिलकर सोलर सिटी की पहल की है। बीआरपीएल ने बताया कि इस परिजोयना की खासियत यह है कि पारंपरिक सौर ऊर्जा पैनलों से उलट यहां अलग-अलग घरों के लिए अलग-अलग सौर पैनल नहीं लगाए जाएंगे। बल्कि ये पैनल पूरे अपार्टमेंट या कॉम्प्लेक्स के लिए संयुक्त रूप से एकल बिंदु स्थापन (सिंगल प्वाइंट इंस्टालेशन) की तरह काम करेंगे।

इन सौर पैनलों की बिजली से पूरे अपार्टमेंट या कॉम्प्लेक्स के उपभोक्ता एक साथ लाभान्वित होंगे और वे सौर ऊर्जा का एक साथ इस्तेमाल कर पाएंगे। बीआरपीएल के मुताबिक, इससे उपभोक्ताओं को कई लाभ होंगे। एक किलोवाट का सोलर पीवी रूफटॉप सिस्टम आमतौर पर प्रतिदिन 4-5 किलोवाट बिजली का उत्पादन करता है। इसका अर्थ यह है कि सिंगल प्वाइंट डिलिवरी उपभोक्ताओं को इससे 25 साल तक प्रतिमाह करीब 750 रुपए की बचत होगी।  उपभोक्ताओं की सौर ऊर्जा संबंधी समस्याओं के समाधान के लिए बीआरपीएल ने एक वेबसाइट व पूर्ण समर्पित हेल्पलाइन भी शुरू की है। बीएसईएस की वेबसाइट पर एक ही जगह पर सोलर पहल से संबंधित सारी सूचनाएं उपलब्ध कराई गई हैं। वेबसाइट पर ही उपभोक्ता आवेदन फॉर्म भर सकते हैं, अपने दस्तावेज अपलोड कर सकते हैं और उसका ब्योरा भी रख सकते हैं।

बीआरपीएल ने कहा कि ऐसी परियोजनाओं से उसे या अन्य बिजली वितरण कंपनियों को भी फायदा है। इसके जरिए घनी आबादी वाले इलाकों में गर्मी के मौसम में ओवरलोडिंग की समस्या कम करने में भी सहायता मिलेगी। बीआरपीएल के सीईओ अमल सिन्हा ने कहा कि बीएसईएस अक्षय उर्जा को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। सोलर सिटी उन्हीं प्रयासों की नवीनतम पहल है। इसका उद्देश्य है कि अधिक से अधिक उपभोक्ताओं को इस पर्यावरण अनुकूल मुहिम के दायरे में लाया जाए और उसमें सोलर रूफटॉप डेवलपर्स की भी भागीदारी हो। इस रूफटॉप प्रोग्राम का लक्ष्य है दक्षिणी और पश्चिमी दिल्ली में रूफटॉप सौर उर्जा की संभावनाओं को तलाशना और उसका अधिकतम उपयोग सुनिश्चित करना। अगर द्वारका का प्रयोग सफल रहा तो इसका अन्य क्षेत्रों में भी विस्तार किया जाएगा।

 

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