हिजबुल मुजाहिदीन की धमकी- कश्मीर पंचायत चुनाव लड़ने वालों की आंखों में उड़ेलेंगे तेजाब
जम्मू-कश्मीर में सक्रिय हिजबुल मुजाहिदीन ने घाटी में पंचायत चुनाव लड़ने वालों को खुलेआम धमकी दी है। आतंकी संगठन ने कहा कि जो व्यक्ति चुनाव लड़ेगा उसकी आंखों में तेजाब उड़ेल दिया जाएगा। सोशल नेटवर्किंग साइटों पर जारी क्लिप में यह धमकी दी गई है। हिजबुल ने पहली बार सार्वजनिक तौर पर चुनाव में हिस्सा लेने वाले लोगों की हत्या करने की बात स्वीकार की है। लेकिन, आतंकी संगठन ने कहा कि इस बार किसी की हत्या नहीं की जाएगी। घाटी में लोकतांत्रिक प्रक्रिया को बाधित करने का हर संभव प्रयास किया जाता है। पूर्व में पंचायत और अन्य चुनावों में हिस्सा लेने वालों पर हमले की कई घटनाएं हो चुकी हैं। अब एक बार फिर से आतंकी संगठन ने चुनावी प्रक्रिया में शामिल होने वालों के खिलाफ हमले की धमकी दी है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, वीडियो में हमले की धमकी देने वाला आतंकी हिजबुल का कमांडर रियाज नायकू है। रियाज इसमें कह रहा है, ‘आप लोगों ने देखा होगा कि वर्ष 2016 में कितने युवाओं को आंखों की रोशनी गंवानी पड़ी थी। इसे देखते हुए इस बार के चुनाव में हिस्सा लेने वालों को उनके घरों से निकाल कर उनकी आंखों में तेजाब (सलफ्यूरिक या हाइड्रोक्लोरिक अम्ल) डाल दिया जाएगा, ताकि वे अपने परिवार पर जिंदगी भर के लिए बोझ बन जाएं।’ मालूम हो कि हिजबुल आतंकी बुरहान वानी के एनकाउंटर में ढेर होने के कारण घाटी में हिंसा भड़क गई थी। इसके कारण वर्ष 2016 में ग्रामीण निकाय का चुनाव नहीं करवाया जा सका था। अब इसे 15 फरवरी को कराने की योजना है। चुनावों को देखते हुए घाटी की सुरक्षा व्यवस्था पहले से भी सख्त कर दी गई है।
दक्षिण कश्मीर के डीआईजी एसपी पाणि ने आतंकी की धमकी पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। डीआईजी ने बताया कि उन्होंने फिलहाल वीडियो क्लिप नहीं देखी है, ऐसे में इस पर टिप्पणी नहीं की जा सकती है। रियाज नायकू दक्षिण कश्मीर के अवंतिपुरा का रहने वाला बताया जाता है। वीडियो में रियाज कह रहा है, ‘चुनाव में हिस्सा लेने वालों को पिछले 28 वर्षों से धमकियां दी जा रही हैं, लेकिन कुछ नहीं हुआ। पिछले चुनावों में कुछ को भारतीय एजेंसियों ने और कुछ को हमने मारा, लेकिन परिणाम क्या हुआ? उनलोगों को फायदा ही हुआ।’ वीडियो में नायकू समीर टाइगर नामक किसी व्यक्ति के साथ बात कर रहा है। शोपियां में 16 अक्टूबर, 2017 में राज्य में सत्तारूढ़ पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) कार्यकर्ता और पूर्व सरपंच मोहम्मद रमजान शेख की हत्या कर दी गई थी। घाटी में वर्ष 2011 में पंचायत चुनाव हुए थे, जिसमें 80 प्रतिशत मतदान हुआ था।