सामने आया वो वीडियो जिसमे दिखा की घुसपैठ करते चीनी सैनिकों को भारतीय फौजियों ने कैसे रोका
शांतिपूर्ण तरीके से सीमा विवाद सुलझाने की बात करने वाले चीन का दोहरा रवैया एक बार फिर से सामने आया है। चीन की पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी (पीएलए) के निर्देश पर चीनी जवान पूर्वोत्तर राज्य के टूटिंग सेक्टर में तकरीबन एक किलोमीटर तक अंदर घुसकर सड़क निर्माण कर रहे थे। भारतीय जवानों ने उन्हें निर्माण कार्य से रोक दिया था। अब इसका वीडियो सामने आया है, जिसमें चीनी जवान पीएलए के शीर्ष अधिकारियों के आदेश के बाद सड़क बनाने के लिए क्षेत्र में आने की बात कह रहे हैं। यह वीडियो क्लिप ऐसे समय सामने आया है, जब सेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत ने एक दिन पहले सोमवार (8 जनवरी) को भारतीय और चीनी सेना द्वारा टूटिंग सेक्टर में सभी विवाद सुलझाने की बात कही थी।
सरकार से जुड़े सूत्रों का कहना है कि चीनी सड़क निर्माण दल दो एक्सकेवेटर (चट्टानों को तोड़ने और जमीन खोदने वाला) के साथ ऊपरी शियांग जिले के टूटिंग सेक्टर में घुसा था। सूत्रों की मानें तो अरुणाचल प्रदेश में दोनों पक्षों के बीच बॉर्डर पर्सनल मीटिंग (बीपीएम) के बाद शनिवार (6 जनवरी) को चीनी दल वापस चला गया था। उन्होंने बताया कि भारत ने इस घटना को लेकर चीन के समक्ष कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है। चीनी जवानों ने गलती से सीमा पार कर भारतीय क्षेत्र में घुसने की बात स्वीकार की है। साथ ही सड़क निर्माण से जुड़ी गतिविधियों को अविलंब रोकने की भी बात कही है। मालूम हो कि जनरल रावत ने सीमा पर तैनात दोनों देशों के सुरक्षा अधिकारियों के बीच बातचीत होने की भी बात कही थी। हालांकि, सामने आए वीडियो में चीनी सेना के जवान दूसरी कहानी बयान कर रहे। चीनी जवान पीएलए के आला अधिकारियों के आदेश के बिना अरुणाचल प्रदेश के टूटिंग सेक्टर से न जाने की बात कह रहे हैं। वहीं, भारतीय सुरक्षाबल चीनी जवानों से इस मामले को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाने की बात कह रहे हैं। साथ ही उन्हें अगले दिन आने को कह रहे हैं। चीनी जवान भारतीय जवानों को अपने वरिष्ठ अधिकारियों से बात करने को कह रहे हैं।
मालूम हो कि कुछ दिनों पहले चीनी सुरक्षाबल के अरुणाचल में घुसने की खबर आई थी। इसमें कहा गया था कि भारतीय जवानों द्वारा खदेड़े जाने के बाद वे सड़क निर्माण सामग्री वहीं छोड़ कर भग गए थे। हालांकि, स्थानीय अधिकारियों ने इसकी पुष्टि नहीं की थी। उसके बाद अब घटना से जुड़ा नया वीडियो सामने आया है। शुरुआत में चीनी जवानों के 200 मीटर तक घुसने की बात कही गई थी। यह घटना ऐसे समय सामने आई है जब डोकलाम में टकराव की स्थिति के बाद दोनों पड़ोसी देशों के बीच पैदा तनाव अभी पूरी तरह से खत्म भी नहीं हुआ है। तनाव खत्म करने के लिए पिछले साल दिसंबर में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने चीन के विशेष प्रतिनिधि के साथ बैठक की थी।