लखनऊ मेट्रो: पहले दिन ही आई खराबी, घंटे भर तक भीतर फंसे रहे 500 से ज्यादा लोग
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मेट्रो का पहला दिन सही-सलामत नहीं गुजरा। मंगलवार को पब्लिक लॉन्च के बाद, बुधवार सुबह सेवा के पहले दिन ही लखनऊ मेट्रो खराब हो गई। दिन की दूसरी ट्रेन मवैया स्थित स्पेशल स्पैन के पास करीब घंटे भर तक खड़ी रही। तकनीकी खराबी की वजह लाइट्स और एयर कंडीशनर बंद हो गए और लोग दहशत में आ गए। पहली समस्या का पता लगाने में लखनऊ मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के अधिकारियों को 20 मिनट से ज्यादा लग गए। उनकी मानें तो ट्रेन के ट्रैक्शन में कुछ फॉल्ट था। बाकी ट्रेनें उसकी ट्रैक पर आराम से चल रही थीं। लोग भीतर बदहवास थे क्योंकि एसी नहीं चल रहा था और तापमान बढ़ता जा रहा था, कोच में पीने का पानी भी नहीं था। मंगलवार को ही, केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्रांसपोर्ट नगर रेलवे स्टेशन पर लखनऊ मेट्रो की पहली सेवा का उद्घाटन किया। इस मौके पर राज्यपाल राम नाईक, राज्य सरकार के वरिष्ठ मंत्री, स्थानीय विधायक और केंद्रीय गृह और शहरी विकास राज्य मंत्री हरदीप पुरी सहित परियोजना के मुख्य सलाहकार ई. श्रीधरन भी मौजूद थे।
आदित्यनाथ ने परियोजना के जल्द पूरा होने के पीछे रही टीम की सराहना करते हुए कहा कि मेट्रो से राज्य की राजधानी में यातायात की भीड़ घटेगी। उन्होंने आश्वासन दिया था कि लखनऊ मेट्रो परियोजना के अन्य चरणों पर काम जल्द से जल्द पूरा हो जाएगा। हालांकि पहले दिन आई खराबी कई सवाल खड़े कर रही है। आदित्यनाथ ने कहा कि मेट्रो रेल सेवाएं जल्द ही कानपुर, वाराणसी और झांसी के निवासियों और अन्य स्थानों के लिए भी उपलब्ध होंगी।
उद्घाटन कार्यक्रम पर भी विवाद हुआ। लखनऊ मेट्रो का दो बार उद्घाटन हो चुका है, हालांकि आधिकारिक उद्घाटन इसी बार हुआ है। समाजवादी पार्टी के कुछ कार्यकर्ताओं ने सोमवार को खुद ही लखनऊ मेट्रो के उद्घाटन का कार्यक्रम आयोजित किया था। उन्होंने मिठाइयां बांटी और अखिलेश यादव को लखनऊ को यह उपहार देने का श्रेय दिया। इस कार्यक्रम में अखिलेश को आमंत्रित किया गया था। वहां कार्यक्रम में तो नहीं पहुंचे, लेकिन इस परियोजना के बारे में ट्विटर पर उन्होंने विचार व्यक्त किया, जिसकी शुरुआत उन्होंने की थी।