CM महबूबा मुफ्ती का कश्मीरियों को संदेश- जो मिलने वाला है इसी मुल्क से मिलेगा और कहीं से कुछ नहीं पाएंगे

जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने बुधवार (10 जनवरी) को विधानसभा से दो टूक कहा कि जम्मू कश्मीर के लोगों को जो कुछ मिलने वाला है इसी मुल्क से मिलेगा, कहीं और से नहीं मिलने वाला है। विधानसभा में विपक्षी दलों के हंगामें के बीच महबूबा ने राज्य में अव्यवस्था फैलाने और हंगामा करने वालों को महबूबा ने कहा, ‘लोग कहते हैं कि हम जम्मू कश्मीर के संविधान को, मुल्क के संविधान को नहीं मानते, तो किस को मानते हैं? फिर आपको मिलने वाला क्या है, कहां से मिलेगा?’ इसके बाद महबूबा ने कहा, ‘मैं आज रिकॉर्ड पे ये बात लाना चाहती हूं- जम्मू-कश्मीर के जो भी लोग हैं, जो मिलने वाला है इसी मुल्क से मिलेगा और कहीं से कुछ नहीं मिलेगा।’ महबूबा मुफ्ती ने कहा कि जम्मू कश्मीर की विधानसभा सबसे ताकतवर विधानसभा है। उन्होंने कहा कि देश में हर जगह जीएसटी लागू हो गई सिर्फ जम्मू कश्मीर को छोड़कर। आगे उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में विस्तृत चर्चा के बाद ही जीएसटी को लागू किया गया।

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Ours is the most empowered assembly in the country. Goods & Services Tax (GST) was implemented in the entire nation at once except J&K where it was implemented only after proper debate in this assembly: Jammu & Kashmir Chief Minister Mehbooba Mufti in J&K assembly pic.twitter.com/aVomrrrrfH

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Hum J&K constitution ko, mulk ki constitution ko nahi maante, to kis ko maante hain?Fir aapko milne waala kya hai?Kahan se milega? Mai aaj record pe ye baat laana chahti hun-J&K ke jo bhi log hain- jo milne waala hai isi mulq se milega aur kahin se kuch nahi milega:Mehbooba Mufti pic.twitter.com/oEVeyuiuRP

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महबूबा ने विपक्षी दलों से कहा कि राजनीतिक मुद्दों को धार्मिक मुद्दों की तरह हाईजैक ना किया जाए। महबूबा के मुताबिक बीजेपी और पीडीपी के गठबंधन में सदभाव है और इससे फर्क नहीं पड़ता है कि देश में क्या हो रहा है, क्या नहीं। उन्होंने बताया कि कितना अच्छा लगता है जब सुबह मंदिर की घंटी, उसके बाद अजान और दिन में गुरुबाणी सुनने को मिलती है।
इससे पहले जम्मू कश्मीर विधानसभा में विपक्ष ने दक्षिण कश्मीर में एक व्यक्ति की मौत को लेकर बुधवार (10 जनवरी) को जमकर हंगामा किया। विधानसभा की कार्यवाही जैसे ही शुरू हुई तो नेशनल कान्फ्रेंस (एनसी), कांग्रेस और माकपा के सदस्य अपनी-अपनी सीटों से खड़े हो गए और उन्होंने राज्य में नागिरकों के मारे जाने के खिलाफ नारेबाजी की। खबरों के मुताबिक, दक्षिण कश्मीर के खुद्वानी क्षेत्र में कल प्रदर्शनों के दौरान एक नागरिक मारा गया था। एकजुट विपक्ष ने राज्य सरकार से इस संबंध में एक बयान मांगा। वे अध्यक्ष के आसन के समीप आ गए और उन्होंने ‘‘नागरिकों का मारा जाना बंद करो’’ के बैनर लहराए। विपक्षी दलों ने विधानसभा की कार्यवाही भी बाधित की और बाद में सदन से बहिर्गमन किया।

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