Rahul Dravid Birthday: ये आंकड़े गवाह हैं कि कोई नहीं ले सकता ‘द वॉल’ राहुल द्रविड़ की जगह
भारतीय क्रिकेट में ‘द वॉल’ के नाम से मशहूर दिग्गज क्रिकेटर राहुल द्रविड़ का आज (11 जनवरी) 46वां जन्मदिन है। 1973 में इसी दिन जन्मे द्रविड़ ने 12 साल की उम्र में क्रिकेट खेलना शुरू किया था। 1996 में इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर सौरव गांगुली के साथ द्रविड़ ने टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया था। दोनों ने पहले मैच में शतक जड़ अपने कॅरियर की शानदार शुरुआत की। सचिन तेंदुलकर, गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण के साथ मिलकर द्रविड़ ने एक ऐसा बल्लेबाजी क्रम तैयार किया, जिससे तब के गेंदबाज खौफ खाते थे। द्रविड़ की शानदार बल्लेबाजी के साथ-साथ फैंस उनकी खेल-भावना के भी मुरीद रहे। क्रिकेट के मैदान और बाहर भी द्रविड़ ने कई मानक तय किए, जिसे पार करना आसान नहीं। ‘द वॉल’ के अलावा राहुल को ‘मि. डिपेंडेबल’ भी कहा जाता है, हालांकि उनका निकनेम ‘जैमी’ है। द्रविड़ के पिता जैम बनाने वाली किसान फैक्ट्री में काम करते थे, इसलिए दोस्तों ने उन्हें ‘जैमी’ बुलाना शुरू कर दिया। बाद में द्रविड़ ने किसान के लिए एक एड में काम भी किया था।
करीब 15 साल लंबे कॅरियर में राहुल द्रविड़ ने कीर्तिमानों का एक नया अध्याय लिखा। क्रिकेट के इतिहास में राहुल द्रविड़ से ज्यादा गेंदें किसी बल्लेबाज ने नहीं खेलीं, उन्होंने क्रीज पर कुल 31,258 गेंदों का सामना किया। इस दिग्गज बल्लेबाज ने अपने कॅरियर में 44,152 मिनट्स क्रीज पर बिताए। द्रविड़ 88 शतकीय साझेदारियों में शामिल रहे। लक्ष्मण और सचिन के साथ उनकी कई यादगार साझेदारियां हैं। भारतीय क्रिकेट की सबसे यादगार टेस्ट जीजों में से एक, 2001 के कोलकाता टेस्ट में लक्ष्मण और द्रविड़ की साझेदारी ने ही मैच का रुख पलटा था।
टेस्ट मैच की लगातार चार पारियों में शतक लगाने वाले द्रविड़ इकलौते भारतीय क्रिकेटर हैं। उनके योगदान को देखते हुए 2012 में उन्हें प्रतिष्ठित ब्रैडमैन ओरेशन में बुलाया गया। यह सम्मान पाने वाले द्रविड़ इकलौते गैर-ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर हैं।
राहुल द्रविड़ की पहचान स्थायित्व के साथ बल्लेबाजी करने वाले खिलाड़ी की रही है, मगर मौका आने पर उन्होंने आक्रामक अंदाज भी दिखाया। नवंबर, 2003 में द्रविड़ ने न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे में सिर्फ 22 गेंद में 50 रन ठोंक दिए थे, जो कि किसी भारतीय द्वारा दूसरा सबसे तेज अर्द्धशतक है।
बहुत कम लोग यह बात जानते होंगे कि द्रविड़ क्रिकेट खेलने से पहले हॉकी के खिलाड़ी थे। स्वभाव से बेहद शर्मीले द्रविड़ को दोस्त डॉ विजेता पेंढारकर से प्यार हो गया और दोनों ने 2003 में शादी रचाई। राहुल और विजेता के दो बेटे, समित और अन्वय हैं।