पद्मावत: कई भाजपा शासित सरकारों ने लिया नहीं दिखाने का फैसला, मध्य प्रदेश में भी हो सकती है बैन
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने संजय लीला भंसाली की विवादास्पद फिल्म ‘पद्मावत’ को प्रदेश में रिलीज नहीं होने देने का शुक्रवार को संकेत दिया। इस फिल्म का नाम ‘पद्मावती’ से बदलकर अब ‘पद्मावत’ कर दिया गया है। ‘पद्मावत’ पर मध्यप्रदेश में प्रतिबंध के सवाल के जवाब में चौहान ने कहा, ‘‘जो कहा था, वो होगा।’’ हालांकि उन्होंने इस विवादास्पद फिल्म पर मध्य प्रदेश सरकार के रूख के बारे में अधिक स्पष्टीकरण नहीं दिया। यह फिल्म 25 जनवरी को रिलीज होने की उम्मीद है, और प्रदेश सरकार का राज्य में इस फिल्म के रिलीज होने पर रूख अब तक स्पष्ट नहीं है। स्वामी विवेकानंद की जयंती के अवसर पर प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश स्तरीय सामूहिक सूर्य नमस्कार और प्राणायाम कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री शुक्रवार को मीडिया से चर्चा कर रहे थे।
गौरतलब है कि 20 नवम्बर को मुख्यमंत्री निवास परिसर भोपाल में राजपूत क्षत्रिय समाज के प्रतिनिधिमंडल के लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा था, ‘‘इतिहास पर जब फिल्में बनायी जाती हैं तो ऐतिहासिक तथ्यों के साथ छेड़छाड़ कोई बर्दाश्त नहीं करेगा। पूरा देश एक स्वर में कह रहा है कि फिल्म में ऐतिहासिक मूल्यों से खिलवाड़ किया गया है इसलिए मैं पूरे जोश और होश में यह कह रहा हूं कि ऐतिहासिक तथ्यों से खिलवाड़ कर अगर रानी पद्मावती के सम्मान के खिलाफ फिल्म में दृश्य रखे गए तो उसका प्रदर्शन मध्यप्रदेश की धरती पर नहीं होगा।’’
वहीं, गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने कहा है कि गुजरात में फिल्म ‘पद्मावत’ रिलीज नहीं होगी। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक गुजरात के सीएम विजय रुपाणी ने पद्मावत की रिलीज पर बैन लगा दिया है। हालांकि फिल्म ‘पद्मावत’ को कुछ तब्दीलियां करने के बाद सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन से रिलीज के लिए हरी झंडी मिल चुकी है। रिपोर्ट्स के अनुसार फिल्म में 300 कट्स लगाने के बाद फिल्म को रिलीज करने की इजाजत मिली है। इससे पहले राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अपने राज्य में ‘पद्मावती’ फिल्म को रिलीज नहीं होने देने की घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि राज्य के लोगों की भावनाओं का सम्मान करते हुए इस फिल्म को राजस्थान में रिलीज नहीं होने दिया जाएगा।