कृषि विकल्प कारोबार से किसानों को कोई लाभ नहीं: शरद यादव
वरिष्ठ समाजवादी नेता शरद यादव ने राष्ट्रीय कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज (एनसीडीईएक्स) में कृषि विकल्प कारोबार शुरु होने से किसानों को कोई लाभ होने की संभावना से इंकार किया है। यादव ने आज कहा कि एनसीडीईएक्स का मूल मकसद किसानों को कृषि उत्पादों का बाजार के मुताबिक वाजिब दाम दिलाकर किसानी को मुनाफे का सौदा बनाना था लेकिन ऐसा नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि नेशनल कमोडिटी एक्सजेंच से किसानों को कोई लाभ मिला है।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कल एनसीडीईएक्स के तहत देश के पहले कृषि विकल्प कारोबार की शुरुआत की थी। एनसीडीईएक्स भारत में कृषि उत्पादों का सबसे बड़ा बाजार है, इसमें किसानों को वायदा कारोबार की सहूलियत प्रदान करते हुए विकल्प कारोबार शुरु होने से किसान जिंस की कीमत बढ़ने के खतरे से खुद को बचा सकेंगे। इस पर अपनी प्रतिक्रिया में यादव ने कहा कि एनसीडीईएक्स भारत के नजरिए से उपयुक्त नहीं है इसलिए इसे बंद कर देना चाहिए। आप मुझे एक भी ऐसा छोटा किसान बताएं, जिसे इससे फायदा हुआ हो। बेशक, इससे बड़ी कंपनियों को भारी मुनाफा जरूर हुआ है।
वहीं सरकार का दावा है कि एनसीडीईएक्स के उपक्रम कृषि विकल्प कारोबार से किसानों को उनकी उपज से ज्यादा आय अर्जित करने में मददगार साबित होगा। यादव ने सरकार के इस दावे को गलत बताते हुए कहा कि एनसीडीईएक्स की तरह यह उपक्रम भी किसानों के लिए हितप्रद साबित होने के बजाय कृषि उपज करोबार से जुड़ी कंपनियों के लिए लाभकारी साबित होगा।