मोदी ने कॉंग्रेस को जमकर कोसते हुए कहा कि जहां कांग्रेस जाएगी वहां अकाल आयगा
पीएम नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को राजस्थान के बाड़मेर में ऑयल रिफाइनरी के प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया। इस रिफाइनरी के उद्घाटन को लेकर कांग्रेस ने बीजेपी और मोदी सरकार पर निशाना साधा था। कांग्रेस ने कहा था कि उसके शासनकाल की उपलब्धियों को बीजेपी अपने खाते में गिना रही है। कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने चिट्ठी लिखकर मोदी से कहा था कि वह राजस्थान न आएं। हालांकि, मोदी ने न केवल इस रिफाइनरी का उद्घाटन किया, बल्कि कांग्रेस पर भी जमकर निशाना साधा। मोदी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने सिर्फ कागज पर रिफाइनरी बनाई। पीएम ने कहा कि सिर्फ पत्थर लगाने से काम नहीं होता, काम भी करना पड़ता है। मोदी ने हमला बोलते हुए यह भी कहा कि कांग्रेस और अकाल जुड़वा भाई हैं, जहां कांग्रेस जाएगी वहां अकाल भी जाएगा।
मोदी ने कुछ दूसरे मामलों को लेकर भी कांग्रेस को आड़े हाथ लिया। मोदी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने 1500 से ज्यादा योजनाएं घोषित की, लेकिन वे कागजों से आगे नहीं बढ़ सके। पीएम के मुताबिक, कांग्रेस ने साल दर साल रेल बजट में लोकलुभावन ऐलान करके देश की जनता को गुमराह किया। पीएम ने वन रैंक वन पेंशन का भी जिक्र किया। मोदी ने बताया कि कांग्रेस ने महज 500 करोड़ रुपये का बजट घोषित करके यह जताने की कोशिश की कि वह फौजियों के हितों के बारे में सोचती है। पीएम ने कहा कि जब उनकी सरकार आई तो पता चला कि जिस योजना के लिए कांग्रेस महज 500 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है, उसे पूरा करने के लिए 12 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा लगेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इससे पहले ट्वीट कर कहा, ‘राजस्थान की यात्रा को लेकर आशान्वित हूं। बाड़मेर के पचपदरा में राजस्थान रिफाइनरी के कार्य शुभारंभ समारोह में शिरकत करूंगा और एक जनसभा को संबोधित करूंगा।’ उन्होंने कहा, ‘राजस्थान रिफाइनरी राज्य में पहली रिफाइनरी होगी, जो तेल और गैस भंडार से परिपूर्ण है। रिफाइनरी से राजस्थान को विशेष रूप से राज्य के मेहनती युवाओं को लाभ होगा।’ मोदी सुबह 11.40 बजे उत्तरलाई वायुसेना स्टेशन पर पहुंचे, जहां से वह 11.45 बजे पचपदरा के लिए हेलीकॉप्टर में सवार हुए। बाड़मेर में और इसके आसपास कार्यक्रम के लिए व्यापक प्रबंध किए गए थे। इस रिफाइनरी के चार वर्षों में तैयार होने के बाद इससे राज्य को 34,000 करोड़ रुपये की आय होगी। यह राजस्थान की एकमात्र रिफाइनरी है और इसकी लागत 43,000 करोड़ रुपये से अधिक है।