हज पर छूट खत्म करने पर को लेकर बोले देवबंदी उलेमा, कहा मुसलिम विरोधी है केंद्र सरकार
देवबंदी उलेमा ने हज पर छूट खत्म करने पर नाराजगी जताते हुए केंद्र की मोदी सरकार को मुसलिम विरोधी करार दिया। उलेमा ने कहा कि मोदी सरकार की नीयत में ही खोट है। उनका कहना था कि जब यह सरकार बनी थी, तभी मुसलमानों को यह अहसास हो गया था कि उनके बुरे दिन शुरू हो गए हैं। जमीयत उलेमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष व देवबंद मुसलिम ट्रस्ट के महाप्रबंधक हशीब सिद्दिकी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश थे कि 2022 तक इस छूट को धीरे-धीरे कम किया जाए। लेकिन केंद्र सरकार ने एक बार में ही दो लाख हज यात्रियों की छूट को खत्म कर दिया।
इससे मुसलमानों में गहरी नाराजगी है। दारुल उलूम वक्फ के शेखूल हदीस मौलाना अहमद खिजर शाह मसूदी ने कहा कि मुसलमानों पर से केंद्र सरकार ने एहसान का बोझ उतारकर अच्छा ही किया है। छूट खत्म होने के बावजूद मुसलमान हज का फर्ज जरूर पूरा करेंगे। आल इंडिया अल कुरान फाउंडेशन के अध्यक्ष नदीमुल वाजदी ने कहा कि केंद्र सरकार के इस फैसले से मुसलमानों को काफी तकलीफ पहुंची है। पहले ही सरकार हज यात्रियों से ज्यादा रुपए वसूलती थी।
इस मुद्दे पर दारुल उलूम देवबंद ने कोई प्रतिक्रिया नहीं देकर चुप्पी साधना ही बेहतर समझा है। फतवा आॅनलाइन के चेयरमैन मुफ्ती अरशद फारूकी ने कहा कि मुसलमानों को लेकर मोदी सरकार की नीयत में खोट है। उन्होंने कहा कि हज जाने पर छूट मिले या न मिले, मुसलमान हज यात्रा जरूर करेगा। उन्होंने केंद्र के इस फैसले को गैरजरूरी और मुसलमान विरोधी करार दिया।