राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने 22 कलाकारों को संगीत नाटक अकादमी पुरस्कारों से किया अलंकृत
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने वर्ष 2016 के लिए आज संगीत नाटक अकादमी की फेलोशिप ‘अकादमी रत्न’ और संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार प्रदान किए। राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में कोविंद ने संगीत, नृत्य और लोक कलाओं के क्षेत्र में बेहतर कार्यों के लिये अरविंद पारिख, आर वेदावल्ली, रामगोपाल बजाज और सुनील कोठारी को अकादमी की फेलोशिप ‘अकादमी रत्न’ प्रदान किया।
इसके अलावा राष्ट्रपति ने भारतीय शास्त्रीय संगीत और नृत्य की विभिन्न विधाओं में उल्लेखनीय योगदान के लिये श्रेष्ठ 22 कलाकरों को संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। वहीं रंगमंच, लोकसंगीत और परफॉर्मिंग आर्ट्स के क्षेत्र में श्रेष्ठ 22 कलाकारों को भी संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से नवाजा गया। समारोह को संबोधित करते हुये राष्ट्रपति ने कहा कि कला लोगों को संस्कृति के साथ जोड़ती है। यह लोगों में पारस्परिक संबंध भी बनाती है।
उन्होंने कहा ‘‘राष्ट्रगान गाते या सुनते हुए हर नागरिक अपनी निजी आकांक्षाओं से ऊपर उठ जाता है। कलाकारों को कला की इस शक्ति का हमारे समाज और देश के हित में इस्तेमाल करन चाहिए।’’ राष्ट्रपति ने जनजातीय संगीत, नृत्य, रंगमंच और पारंपरिक लोक कलाओं के क्षेत्र में कलाकारों को प्रोत्साहित करने के लिये सम्मान करने की संगीत नाटक अकादमी की पहल को प्रशंसनीय बताया। उन्होंने कहा कि इन लोक कलाओं ने हमारे देश की परम्पराओं को जीवित रखा है। उल्लेखनीय है कि संगीत नाटक अकादमी की फेलोशिप ‘अकादमी रत्न’ और संगीत नाटक अकादमी के पुरस्कारों को कलाकारों, प्रशिक्षकों और कला विद्वानों में प्रतिष्ठित राष्ट्रीय सम्मान के रूप में माना जाता है।