ND vs SL, T20: विराट कोहली नहीं, श्रीलंकाई कप्तान ने जीता था टॉस, देखें वीडियो
क्रिकेट मैच में टॉस का रोल बेहद अहम होता है। हर कप्तान यही चाहता है कि वह टॉस जीते और उसे गेंदबाजी या बल्लेबाजी करने का अधिकार मिले। लेकिन अगर कोई टीम टॉस जीते, लेकिन बल्लेबाजी या गेंदबाजी चुनने का हक दूसरी टीम को मिल जाए तो? इसे आप बहुत बड़ी गलती या दूसरी टीम के साथ नाइंसाफी कहेंगे। भारत और श्रीलंका के बीच बुधवार को खेले गए इकलौते टी20 मैच में एेसा ही हुआ। दरअसल टॉस श्रीलंका ने जीता था, लेकिन मैच रेफरी की गलती के कारण विराट कोहली को गेंदबाजी चुनने का अधिकार दे दिया गया।
दरअसल हुआ यूं कि पूर्व भारतीय क्रिकेटर मुरली कार्तिक टॉस होस्ट कर रहे थे। उपुल थरंगा और विराट कोहली के अलावा मैच रेफरी एंडी पेक्रॉफ्ट मैदान पर मौजूद थे। थरंगा ने सिक्का उछाला और विराट ने हेड्स बोला। मैच रेफरी ने टेल्स बोलकर कहा कि भारत टॉस जीत गया। लेकिन मुरली कार्तिक ने हेड्स सुना और तुरंत विराट कोहली से पूछने लगे कि उनका क्या फैसला है। हैरानी की बात है कि यहां पेक्रॉफ्ट ने उन्हें रोकने की कोशिश तक नहीं की। अब इस मामले में कई सवाल उठ रहे हैं। पहला मैच रेफरी ने बहुत बड़ी गलती की और टेल्स होते हुए भी भारतीय कप्तान को टॉस जीता हुआ बता दिया। चूंकि वह मैच के सबसे बड़े अधिकारी थे, इसलिए उन्होंने प्रेजेंटर मुरली कार्तिक को अपनी गलती सुधारने और श्रीलंकाई कप्तान को टॉस जीतने वाला घोषित क्यों नहीं किया?
अन्य कयासों में यह भी कहा जा रहा है कि अगर गलती मैच रेफरी से हुई है कि हेड्स होते हुए भी उन्होंने टेल्स कहा तो इससे खास असर नहीं पड़ेगा, क्योंकि फिर सही फैसला लिया गया है। कई लोग यह भी अनुमान लगा रहे हैं कि श्रीलंका ने टॉस जीता और पहले गेंदबाजी का फैसला लिया और उनके बल्लेबाज भारत का दिया गया 170-180 रनों का टारगेट आसानी से चेज कर लेते। गौरतलब है कि पहले बल्लेबाजी करते हुए श्रीलंका ने सात विकेट खोकर 170 रन बनाए थे। जवाब में भारतीय टीम ने विराट कोहली 82 और मनीष पांडे के नाबाद 51 रनों की बदौलत 7 विकेट से मैच जीत लिया।