करणी सेना का यू-टर्न, अब संजय लीला भंसाली के न्यौते को किया खारिज, कहा- नहीं देखेंगे पद्मावत
संजय लीला भंसाली के निर्देशन में बनी फिल्म पद्मावत पर जारी विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। करणी सेना अभी भी फिल्म की रिलीज का विरोध कर रही है। सेना ने अपने फैसले से यू-टर्न लेते हुए रिलीज से पहले पद्मावत फिल्म देखने से मना कर दिया है। दरअसल, भंसाली ने करणी सेना को फिल्म रिलीज होने से पहले इसे देखने के लिए न्यौता दिया था, जिसे पहले तो सेना की ओर से स्वीकार कर लिया गया था, लेकिन अब इसे खारिज कर दिया गया है। फिल्म के प्रदर्शन का लगातार विरोध करने वाले संगठन के प्रमुख लोकेंद्र सिंह कालवी ने कहा है कि वह इसे नहीं देखेंगे और अपना विरोध जारी रखेंगे। उन्होंने फिल्म का प्रदर्शन करने वाले थियेटरों से इस पर रोक लगाने की अपील की है।
सोमवार को जब भंसाली की ओर से सेना को न्यौता दिया गया था तब कालवी ने कहा था कि उन्हें यह बताया जाए कि फिल्म कब और कहां देखनी है। उन्होंने कहा था कि भंसाली की ओर से जो पत्र उन्हें मिला है उसमें कहीं भी इस बात का जिक्र नहीं है कि फिल्म कब और कहां दिखाई जा रही है। साथ ही कालवी ने यह भी कहा था कि भंसाली द्वारा भेजा गया लेटर केवल एक नाटक है। बता दें कि करणी सेना प्रमुख ने लखनऊ में यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ स मुलाकात करने के बाद पद्मावत देखने के न्यौते को स्वीकार करने का ऐलान किया था। बता दें कि दीपिका पादुकोण, रणवीर सिंह और शाहिद कपूर स्टारर पद्मावत फिल्म 25 जनवरी को रिलीज हो रही है।
वहीं अब राजपूत संगठनों के बाद राजस्थान में हिंदूवादी संगठनों ने भी पद्मावत को लेकर विरोध करना शुरू कर दिया है। विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया ने इस फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने के लिए सरकार से अध्यादेश लाने की मांग की है। तोगड़िया ने कहा है कि वह किसी भी कीमत पर फिल्म को रिलीज नहीं होने देंगे। इस फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने के लिए उन्होंने केंद्र सरकार से सुप्रीम कोर्ट के आदेश के खिलाफ अध्यादेश लाने की मांग की है। बता दें कि पद्मावत को सुप्रीम कोर्ट से हरी झंडी मिलने के बाद भी करणी सेना समेत कई संगठन इसका विरोध कर रहे हैं। कई शहरों में इसके विरोध में लोग तोड़-फोड़ कर रहे हैं। दीपिका पादुकोण, रणवीर सिंह और शाहिद कपूर स्टारर पद्मावत फिल्म 25 जनवरी को रिलीज हो रही है।