दावोस में मोदी: भारत से भेजे गए 1000 किलो मसाले, ताज होटल के 32 खानसामे यूं तैयार कर रहे पकवान
विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) की सालाना बैठक में भाग लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दावोस पहुंच गए हैं। मोदी यहां अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ भारत की भविष्य की गतिविधियों पर अपना ‘विजन’ पेश करेंगे। पीएम के इस दौरे की सबसे खास बात यह है कि यहां भी उन्हें भारतीय भोजन का स्वाद मिलेगा। ताज होटल ग्रुप के खानसामे वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के लिए खाना बना रहे हैं और यहां वे पीएम मोदी के लिए भारतीय खाना भी बनाएंगे।
करीब 32 शेफ्स की टीम मिलकर तीन अलग-अलग स्थानों पर भारतीय व्यंजन तैयार करेगी। इस मिशन के हेड रघु देवड़ा का कहना है कि उनकी टीम प्रधानमंत्री के लिए भारतीय पकवान तैयार करने को लेकर काफी उत्साहित है। उन्होंने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया, ‘मुझे बताया गया है कि पीएम मोदी हमेशा और हर जगह शाकाहारी भोजन ही करते हैं। पीएम मोदी को हम दावोस में भी भारतीय भोजन परोसेंगे। यह ‘घर का स्वाद दावोस में’ जैसा होगा।’ इसके अलावा देवड़ा ने यह भी बताया कि भारतीय पकवानों को तैयार करने के लिए अच्छे मसालों की जरूरत होती है जो कि दावोस में उपलब्ध नहीं हैं, इसलिए भारत से कुछ मसाले मंगवाए गए हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक करीब 1000 किलो के मसाले भारत से दावोस भेजे गए हैं।
रघु देवड़ा ने बताया, ‘हमारी टीम में करीब 32 शेफ्स और कुछ कैटरिंग मैनेजर्स हैं और हमें करीब 12 हजार लोगों के लिए भारतीय खाना तैयार करना है। इसके साथ ही हमारे द्वारा इंटर कॉन्टिनेंटल में भी स्पेशल डिनर की व्यवस्था की गई है। पीएम मोदी तीन अलग-अलग स्थानों पर हमारा खाना खाएंगे। दावोस में भारतीयों की मौजूदगी इस बार देखने को मिलेगी।’ रघु देवड़ा के साथ हैदराबाद के ताज कृष्णा के एग्जीक्यूटिव शेफ नितिन माथुर और मुंबई के ताज लैंड्स एंड के नेविल पिमेंटो इस टीम को हेड कर रहे हैं। इकोनॉमिक फोरम के लिए भारत की ओर से कमल डिजाइन की सिल्वर थालियां दावोस भेजी गई हैं, जिसमें खाना परोसा जाएगा। वहीं तरह-तरह के भारतीय पकवान भी बनाए जाएंगे।
बता दें कि पीएम मोदी दो दशकों में इस सम्मेलन में भाग लेने वाले प्रथम भारतीय प्रधानमंत्री हैं। वह मंगलवार को सम्मेलन में पूर्ण सत्र को संबोधित करेंगे। पीएम मोदी ने स्विजरलैंड के राष्ट्रपति एलेन बर्सेट से मुलाकात की और उनसे द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत बनाने के तरीकों पर चर्चा की। मोदी ने एक ट्वीट कर कहा, ‘‘दावोस पहुंचने पर मैंने स्विस कन्फेडरेशन के राष्ट्रपति एलेन बर्सेट से बातचीत की। हमने द्विपक्षीय सहयोग की संभावनाओं की समीक्षा की तथा इसे और मजबूत बनाने पर चर्चा की।’’ बर्सेट ने कहा कि यह चर्चा दुनिया के सबसे बड़े और पुराने लोकतंत्रों की मुलाकात दर्शाती है।