काबुल हमले के बाद भड़का अमेरिका, बोला- तालिबानी नेताओं को फौरन गिरफ्तार या निष्कासित करे पाकिस्तान
अमेरिका ने इस्लामाबाद से तत्काल ऐसे तालिबानी नेताओं को गिरफ्तार या निष्कासित करने की मांग की है जो अफगानिस्तान की सीमा पर आतंकवादी गतिविधियां चला रहे हैं, ताकि पाकिस्तानी जमीन का इस्तेमाल ऐसी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए ना हो सके। काबुल स्थित इंटर-कॉन्टिनेंटल होटल पर हुए हमले की जिम्मेदारी तालिबान द्वारा लिए जाने के एक दिन बाद व्हाइट हाउस की ओर से यह बयान जारी किया गया है। इस हमले में कम से कम 22 लोगों की मौत हो गई थी। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में पत्रकारों से कहा, ‘‘हमने पाकिस्तान से तत्काल तालिबनी नेताओं को गिरफ्तार या निष्कासित करने को कहा है, ताकि यह समूह पाकिस्तानी जमीन का इस्तेमाल आंतकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए न कर पाए।’’
सारा ने कहा, ‘‘अफगानिस्तान में जहां काबुल स्थित एक होटल पर आतंकवादी हमला किया गया है, नागरिकों पर ऐसे हमले केवल हमारे सहयोगी अफगान के प्रति हमारे समर्थन के संकल्प को और मजबूत करते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम अफगान सुरक्षा बलों की त्वरित एवं प्रभावी कार्रवाई की सराहना करते हैं। हमारे सहयोग से अफगान बल लगातार अफगानिस्तान के दुश्मनों का खदेड़ता रहेगा, जो दुनिया भर में आतंक फैलाना चाहते हैं।’’
वहीं, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने काबुल में हुए आतंकवादी हमले की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए अपने सदस्य देशों से अनुरोध किया है कि वह ऐसा विभत्स हमला करने वालों को न्याय की जद में लाएं। अध्यक्षीय बयान में 15 सदस्यीय परिषद ने आतंकवादी घटना को अंजाम देने वालों, इसके लिए इंतजाम करने वालों और इन्हें प्रायोजित करने वालों की जवाबदेही तय करने और उन्हें न्याय की जद में लाने की जरूरत को रेखांकित किया है।
जनवरी महीने के लिए सुरक्षा परिषद् के अध्यक्ष कजाख्स्तान के कैरात उमराव ने अपने बयान में कहा है कि परिषद के सदस्य 20 जनवरी को अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के इंटरकांटिनेंटल होटल में हुए विभत्स और कायराना हमले की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं। तालिबान द्वारा किए गए हमले में कम से कम 22 लोग मारे गए थे और नौ घायल हुए थे।