18 वर्षीय ब्रिटिश सिख युवती ने अपनाया इस्लाम, फिर रची थी ISIS में शामिल होने की साजिश
इस्लाम धर्म अपनाने वाली 18 साल की एक ब्रिटिश सिख लड़की ने इस्लामिक स्टेट आतंकी संगठन में शामिल होने के लिए सीरिया जाने के प्रयास में पासपोर्ट आवेदन की तस्वीर पर स्कूल शिक्षक के हस्ताक्षर लेने के लिए तिकड़म लगाने का प्रयास किया था। एक अदालत को यह जानकारी दी गयी। र्बिमंघम क्राउन कोर्ट को इस सप्ताह बताया गया कि संदीप सामरा ने दावा किया कि वह नर्स के रूप में काम करके आतंकी संगठन की मदद करना चाहती थी। उसे पिछले साल नया पासपोर्ट हासिल करने के प्रयास में गिरफ्तार किया गया।
उसने पिछले साल एक जून से 31 जुलाई के बीच युद्ध प्रभावित सीरिया जाने का प्रयास करके आतंकी कृत्यों की तैयारी करने की बात कबूल की थी। संदीप अदालत में अब इस मामले में सुनवाई का सामना कर रही है कि उसकी खुद आतंकी कृत्यों को अंजाम देने की मंशा थी या नहीं।
धार्मिक परिवर्तन को लेकर 3 दिन पहले ही खबर आई थी कि एक युवति ने इस्लाम छोड़ हिंदु धर्म को अपनाया है। मुस्लिम धर्म की बंदिशों से परेशान होकर एक लड़की ने अपना धर्म परिवर्तन करा लिया है। मामला उत्तराखंड के हल्द्वानी जिले का है। यहां के बनभूलपुरा की रहने वाली शहनवाज़ अब हिंदू धर्म अपना कर सुनीता बन गई है। इंडिया टुडे के रिपोर्ट के मुताबिक इस बात की जानकारी उसने स्थानीय प्रशासन को शपथ पत्र देकर दी है। साथ ही उसने प्रशासन से अपनी सुरक्षा की गुहार भी लगाई है। उसने साफ किया है कि भविष्य में उसे शहनवाज के बजाय सुनीता के नाम से जाना जाए। सुनीता ने आरोप लगाया है कि उसके घरवाले उसे लंबे समय से प्रताड़ित कर रहे थे और उस पर तमाम तरह की बंदिशें भी लगा दी थी। लड़की ने बताया कि हालात इतने बुरे हो गए थे कि घर में उसे जहर देकर मारने की बात कही जाती थी। उसने कहा कि वो पिछले कुछ समय से घरवालों से छुप-छुप कर रह रही है।