इस साल एक साथ हो सकते हैं लोकसभा और विधानसभा चुनाव, केंद्रीय कानून मंत्री ने दिए संकेत
कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने लोकसभा और राज्यों की विधानसभा के चुनाव एक साथ कराने की वकालत करते हुये व्यवस्था में इस बदलाव को समय की मांग बताया है।
प्रसाद ने आज आठवें राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर आयोजित समारोह में कहा कि देश में साल भर विभिन्न स्तरों पर चुनाव चलते रहते हैं। इससे संसाधनों की बर्बादी और विकास कार्यों के बाधित होने की समस्या बढ़ती जा रही है। प्रसाद ने इससे देश को बचाने के लिए लोकसभा और विधानसभाओं के चुनाव एक साथ कराने की जरूरत पर बल देते हुये कहा कि इस दिशा में गम्भीर पहल करने के लिये अब माकूल समय आ गया है। इस अवसर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, मुख्य चुनाव आयुक्त, ओ पी रावत, चुनाव आयुक्त सुनील अरोरा और अशोक लवासा के साथ ही पूर्व चुनाव आयुक्त नसीम जैदी, ए के जोती और एस वाई कुरैशी के अलावा विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता भी मौजूद थे।
प्रसाद ने इस अवसर पर 86 करोड़ मतदाताओं और 10 लाख मतदान केन्द्रों के माध्यम से सफल, स्वतंत्र और चुनाव प्रक्रिया सम्पन्न कराने को चुनाव आयोग की अहम उपलब्धि बताया। उन्होंने कहा कि देश में साल भर एक के बाद एक होने वाले चुनावों के कारण विकास कार्यों में रुकावट और संसाधनों की बर्बादी को रोकने के लिये सभी राजनीतिक दलों को एकजुट होकर सभी चुनाव एक साथ कराने के विकल्प पर विचार करना चाहिये।