राष्ट्रपति भवन के ‘एट होम’ की गेस्ट लिस्ट में मोदी सरकार ने की बड़ी कटौती, फोन साथ रखने की भी मिली छूट
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा गणतंत्र दिवस के मौके पर दिए गए रिसेप्शन में इस बार मेहमानों की संख्या में भारी कटौती की गई। राष्ट्रपति भवन के एट होम गेस्ट की लिस्ट में 1000 से भी कम लोगों का नाम शामिल किया गया था, जबकि पिछले बार करीब 3000 मेहमानों को इसमें आमंत्रित किया गया था। इस बार सबसे खास बात यह थी कि भले ही मेहमानों की संख्या में कमी की गई थी, लेकिन इस बार शिक्षा जगत, खेल, कला और व्यापार जगत से जुड़े लोगों को भी आमंत्रित किया गया था और सभी मेहमानों को फोन साथ में रखने की छूट भी दी गई थी।
राष्ट्रपति भवन में आयोजित किए गए इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व पीएम मनमोहन सिंह को नमस्ते किया और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से भी हाथ मिलाया। राहुल गांधी ने कार्यक्रम में शामिल होने जाने से पहले बाहर मौजूद पत्रकारों से भी बात की। पीएम मोदी ने भी कार्यक्रम में शामिल हुए पत्रकारों और ब्यूरोक्रेट्स से भी मुलाकात की। उन्होंने पुणे के दलित व्यवसायी मिलिंद कांबले से भी बात की और उनसे कहा कि ‘इन दिनों पुणे खबरों में है।’ पीएम से मुलाकात करने के बाद कांबले ने कहा कि उन्हें इस बात की कोई उम्मीद नहीं थी कि प्रधानमंत्री उनसे मुलाकात करेंगे। उन्होंने कहा, ‘मैं उनसे 19 बार मिल चुका हूं। मुझे यह समझ जाना चाहिए कि वह काफी ख्याल रखते हैं और याद भी रखते हैं।’ प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति भवन में झारखंड के कलाकारों से भी बात की।
कार्यक्रम को लेकर एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘गेस्ट की लिस्ट इसलिए छोटी की गई ताकि पीएम और राष्ट्रपति दोनों ही सभी लोगों से अच्छे से मुलाकात कर सकें। इस बात का काफी ध्यान रखा गया कि पिछली बार की तरह ज्यादा भीड़ ना हो जाए।’ इस कार्यक्रम में 2014 की यूपीएससी टॉपर दिव्यांग इरा सिंघल, पैरा ओलिंपिक में सिल्वर मेडल जीतने वाली दीपा मलिक, अंडर-19 क्रिकेट टीम और बहादुरी पुरस्कार विजेता भी मौजूद थे। बता दें कि राष्ट्रपति भवन में गणतंत्र दिवस की परेड के बाद शाम को एट होम का आयोजन किया जाता है। इसमें उप राष्ट्रपति, लोकसभा अध्यक्ष, पूर्व राष्ट्रपति, पूर्व प्रधानमंत्री, सरकार के मंत्री और प्रमुख संवैधानिक पदों पर आसीन गणमान्य लोगों एवं विशिष्ट व्यक्तियों को आमंत्रित किया जाता है।