जब इंदिरा गांधी ने खुफिया विभाग के प्रमुख को फटकारा- क्या इंटेलिजेंस इकट्ठा कर रहे हो?
पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को एक सख्त प्रधानमंत्री और प्रशासक के तौर पर याद किया जाता है। वह किस बात को लेकर फटकार लगा दें, इसके बारे में किसी को जानकारी नहीं होती थी। उनके मूड के बारे में किसी को पता नहीं होता था। जयपुर लिट्रेचर फेस्टिवल में चर्चा के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री से जुड़ी एक ऐसी ही घटना की जानकारी दी गई। बैठक हॉल में वरिष्ठ पत्रकार और लेखिका सागरिका घोष और शीला रेड्डी मौजूद थीं। दोनों ने क्रमश: इंदिरा गांधी और मोहम्मद अली जिन्ना पर किताबें लिखी हैं। इस सत्र का संचालन वरिष्ठ राजनयिक टीसीए राघवन कर रहे थे। इस मौके पर सागरिका ने बताया कि एक बार इंदिरा गांधी खुली जीप से लोगों का अभिवादन करते हुए जा रही थीं। उनके साथ खुफिया प्रमुख जेपी दत्त भी थे। उसी वक्त इंदिरा की नजर खूबसूरत साड़ी पहनी एक महिला पर पड़ी। बकौल सागरिका, इंदिरा ने जेपी दत्त से पूछा था कि महिला ने कौन सी साड़ी पहन रखी है? इस पर दत ने अनिश्चितता जाहिर करते हुए का था शायद सिल्क की साड़ी है। इस पर इंदिरा ने उनकी खिंचाई कर डाली। उन्होंने कहा था, ‘यह सिल्क नहीं, बल्कि कोयंबटूर की हैंडलूम साड़ी है। मिस्टर दत्त आप किस तरह की खुफिया जानकारी इकट्ठा करते हैं?’
बैठक हॉल में मोहम्मद अली जिन्ना और इंदिरा गांधी की शादी पर भी चर्चा हुई थी। जिन्ना ने खुद से 24 साल छोटी पारसी युवती रति पेटिट से शादी की थी। इंदिरा गांधी ने भी पारसी युवक फिरोज गांधी के साथ विवाह बंधन में बंधी थी। इंदिरा और रति के पिता (जवाहरलाल नेहरू और दिनशा पेटिट) इस शादी के खिलाफ थे। सागरिका घोष ने बताया कि जवाहरलाल नेहरू को इंदिरा गांधी से बहुत ज्यादा अपेक्षाएं थीं। इंदिरा गांधी जब ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में फेल हुई थीं तो नेहरू इससे बेहद निराश हुए थे। मालूम हो कि जिन्ना के नेतृत्व में जहां पाकिस्तान का जन्म हुआ था, वहीं इंदिरा गांधी ने पाकिस्तान का विभाजन किया था। बता दें कि पूर्वी पाकिस्तान आज का बांग्लादेश है।