कासगंज हिंसा: चंदन के पिता ने बेटे के लिए मांगा ‘शहीद’ का दर्जा, अख़लाक का नाम लेकर लगाई न्याय की गुहार
गणतंत्र दिवस के मौके पर पश्चिमी यूपी के कासगंज में भड़की हिंसा में 22 वर्षीय चंदन गुप्ता की गोली लगने से मौत हो गई। एबीवीपी और विहिप की बाइक रैली के दौरान यह घटना हुई। इसको लेकर कासगंज में दो समुदायों के बीच तीसरे दिन भी तनाव बना हुआ है। युवक के अंतिम संस्कार के दौरान भी हिंसा भड़क उठी और अराजक तत्वों ने एक पक्ष की दुकानें जला दीं। जहां चंदन की मां संगीता ने कहा है कि उनका बेटा चंदन किसी राजनीतिक पार्टी से नहीं जुड़ा था। उसने पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा नहीं लगाया तो उसे गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया गया। संगीता ने कहा, ‘मैं अपने बेटे के लिए इंसाफ चाहती हूं। मेरा बेटा तो भारत माता की जय बोल रहा था। अगर मेरे बेटे ने कोई गुनाह किया तो मुझे भी गोली मार दी जाए।
वहीं प्राइवेट हास्पिटल में काम करने वाले चंदन के पिता सुशील गुप्ता ने बेटे के लिए शहीद का दर्जा मांगा है। एबीपी न्यूज से बातचीत करते हुए सुशील ने कहा- ‘‘ मैं चाहता हूं कि मेरे बेटे को न्याय मिले। उसे आसामाजिक तत्वों ने गोली मार दी। अखलाक के मरने पर नौकरी और फ्लैट दे रहे हैं क्या हिंदू के लिए कुछ नहीं है। ” सुशील ने कहा कि उनका बेटा भारत माता की जय और वंदेमातरम बोलने के कारण जान से मार दिया गया।
उधर घटना के बाद पुलिस प्रशासन कासगंज में कानून-व्यवस्था की बहाली की कवायद में जुटा है। डीजीपी ओपी सिंह ने कहा है कि 60 से 65 लोगों को गिरफ्तार किया है। इंटरनेट को बाधित कर अफवाह फैलने से रोका गया है । एबीपी न्यूज से बातचीत में डीजीपी ने घटना को सांप्रदायिक घटना माना। डीजीपी ने कहा कि कानून-व्यवस्था की बहाली के लिए पुलिस सख्त से सख्त कदम उठाएगी। हाउस टू हाउस सर्च कर रहे हैं। नेताओं के जाने पर प्रतिबंध लगाया गया है। जरूरत पड़ने पर उपद्रवियों पर रासुका की कार्रवाई होगी।