BCCI के CEO ने कहा- कोषाध्यक्ष ने दी सायनाइड देकर जान से मारने की धमकी
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ( बीसीसीआई) में शीर्ष अफसरों के बीच घमासान मचने की खबर आई है । बीसीसीआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी( सीईओ) राहुल जौहरी ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा देकर कोषाध्यक्ष अनिरुद्ध चौधरी के खिलाफ संगीन आरोप लगाए हैं । बोर्ड के मुख्य वित्त अधिकारी (सीएफओ) संतोष रंगनेकर भी कोर्ट में हलफनामा देकर कोषाध्यक्ष चौधरी के खिलाफ जान से मारने की धमकी देने की बात कह चुके हैं। दोनों शीर्ष अफसरों ने कहा है कि कोषाध्यक्ष अनिरुद्ध की इस हरकत के चलते वे भयभीत हैं। जिस ढंग से दो शीर्ष अधिकारियों ने सुप्रीम कोर्ट से जान को खतरा होने की बात कही है, उससे पता चलता है कि बीसीसीआई के अंदर किस तरह का माहौल है। पॉवर, पैसे और पॉलिटिक्स के चलते सुप्रीम कोर्ट की ओर से तय सिफारिशों को अमलीजामा पहनाने से रोकने की हरसंभव कोशिश हो रही है। उधर कोषाध्यक्ष अनिरुद्ध चौधरी ने अपने खिलाफ लगाए आरोपों को बेबुनियाद करार दिया है। चौधरी का कहना है कि मामला कोर्ट में है, इस नाते वह पूछे जाने पर कोर्ट में ही कोई जवाब देंगे।
राहुल जौहरी और रंगनेकर की ओर से सुप्रीम कोर्ट में पेश हलफनामे के मुताबिक लोढ़ा कमेटी की सिफारिशों के तहत बीसीसीआई में सुधारों को अमलीजामा पहनाने में कोषाध्यक्ष चौधरी बाधा बने हुए हैं। जौहरी ने कहा है कि अनिरुद्ध चौधरी ने एक बार सीईओ और सीएफओ के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की बात कही थी, कहा था कि बीसीसीआई के यूबीआई एकाउंट से वेंडर्स को भुगतान पर पैसे के दुरुपयोग के आरोप में केस दर्ज कराया जाएगा। हलफनामे में कहा गया है कि- कोषाध्यक्ष ने कहा था कि अगर झूठी एफआईआर को कोर्ट ने खारिज भी कर दिया तो भी अगले दो सालों के लिए सीएफओ का जीवन पूरी तरह तबाह हो जाएगा। उधर चौधरी ने सफाई दी कि ऐसी कोई बात उन्होंने नहीं कही। बता दें कि 18 जुलाई 2016 को सुप्रीम कोर्ट ने प्रशासनिक और वित्तीय सुधारों के लिए बीसीसीआई को बाध्य किया। सुप्रीम कोर्ट ने बोर्ड के संचालन के लिए जनवरी 2017 में प्रशासकों की एक समिति भी गठित की थी। बहरहाल बीसीसीआई के सीईओ राहुल जौहरी के हलफनामे से पता चलता है कि बोर्ड में रार बड़ी गहरी है।