स्कूल में दो दिन तक फहरता रहा राष्ट्रीय ध्वज, उतारने पहुंचे शिक्षक को गांव वालों ने खदेड़ा

ज़िले की जमुनिया मध्य विद्यालय में दो रोज तक झंडा फहरता रहा। यह अजीब वाकया स्कूल टीचरों की लापरवाही और ग़ांव वालों की खीज की वजह से हुआ। शनिवार देर शाम ज़िला शिक्षा अधिकारी फूलबाबू चौधरी ने स्कूल के प्रभारी प्रधानाध्यापक मो. सरफराज आलम को राष्ट्रीय झंडा समय पर न उतारने व अपमान करने के आरोप में निलंबित कर दिया है। ग़ांव वालों की काफी मान मनोव्वल के बाद झंडा उतारा गया। हालांकि आठ ग्रामीणों के खिलाफ एफआईआर पुलिस ने स्कूल के प्रभारी प्राचार्य के दरखास्त पर लिखी है। जमुनिया स्कूल नवगछिया सबडिवीजन में पड़ता है।

दरअसल गांव वालों और स्कूल प्राचार्य व शिक्षकों के बीच मनमानी और भ्रष्टाचार को लेकर पहले से तनातनी चल रही थी। इस बाबत लेकर पुलिस व आलाधिकारियों को कई दफा लिखित शिकायत की गई थी। मगर किसी ने गौर नहों फ़रमाया। इनका आरोप है कि पूर्व प्राचार्य नवीन यादव हेराफेरी और तिकड़म से अपनी पत्नी को ही स्कूल का सचिव बना दिया। विद्यालय के भवन बनाने के मद में आए 9 लाख रुपए डकार लिए। भवन भी नहीं बनाया। ज़िले स्तर के शिक्षा महकमा से मिल्लत कर मध्यान भोजन के रुपए हड़प लिया।

इन सब बातों को लेकर गुस्सा पहले से था। 26 जनवरी को झंडा फहराने के बाद शाम को राष्ट्रीय ध्वज उतारने कोई नहीं आया। शाम ढलने और अंधेरा होने के बाद झंडा उतारने आए शिक्षक को ग़ांव वालों ने खदेड़ दिया। और स्कूल में ताला जड़ दिया। ग्रामीणों को अपने गुस्से का इजहार करने का बढ़िया मौका मिला। दूसरे रोज शनिवार को परवत्ता थाना के इंचार्ज शिव कुमार आए और झंडा उतारने की कोशिश की। तो गुस्से से भरे ग्रमीणों ने उन्हें भी खदेड़ दिया। और धरने पर बैठ नारेबाजी करने लगे।

शनिवार को नवगछिया के बीडीओ राजीव रंजन जमुनिया स्कूल पहुंचे। और झंडा उतारने के वास्ते उन्हें राजी करने की कोशिश की। पर इनकी बात भी अनसुनी कर दी। इधर थाने में ग्रमीणों के खिलाफ झंडा उतारने में बाधा पहुंचाने को लेकर प्रभारी प्राचार्य के आवेदन पर मामला दर्ज किया गया। डीएसपी मुकुल कुमार प्रसाद के मुताबिक एफआईआर बाकयदा दर्ज है और कार्रवाई की प्रक्रिया जारी है।

इसके बाद देर शाम भागलपुर से शिक्षा अधिकारी गए और लंबी बातचीत व आरोपों की गहन जांच का भरोसा देने के साथ प्रभारी प्राचार्य को तत्काल निलंबित करने के बाद ग्रामीणों ने झंडा उतारने दिया। प्रभारी प्राचार्य मो. सरफराज को झंडे के अपमान के आरोप में निलंबित किया गया है। गांववालों और अधिकारियों के बीच बातचीत और रजामंदी का बीच बचाव करने में पूर्व सांसद अनिल यादव , भाजपा जिला अध्यक्ष विनोद मंडल व वार्ड पार्षद विपिन मंडल की अहम भूमिका रही। तब जाकर मामला सलटा और झंडा उतारा जा सका।

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