एमपी में अब रिजल्ट घोटाला: परीक्षा दिए बिना पास हो गए सैकड़ों बच्चे, NIOS ने HRD को जांच के लिए लिखा

आम आदमी पार्टी (आप) ने मध्यप्रदेश में राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयीन शिक्षण संस्थान (एनआईओएस) द्वारा आयोजित हायर सेकेंडरी की परीक्षा में तीन केंद्रों से 12 सौ छात्रों को बगैर परीक्षा दिए ही उत्तीर्ण कर दिए जाने का खुलासा किया है और इस घोटाले को व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) से भी बड़ा घोटाला करार दिया है। आप के प्रदेश संयोजक आलोक अग्रवाल ने शुक्रवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा कि राज्य में शिक्षा के क्षेत्र में घोटाले लगातार जारी हैं। अभी हाल में एनआईओएस द्वारा आयोजित हाइयर सेकेंडरी परीक्षा का घोटाला सामने आया है, जिसमें तीन परीक्षा केंद्र ऐसे हैं, जहां 12 सौ विद्यार्थी परीक्षा में शामिल ही नहीं हुए और उन्हें उत्तीर्ण कर दिया गया।

उन्होंने दस्तावेजों के हवाले से तीनों परीक्षा केंद्रों का जिक्र करते हुए कहा कि ये वे केंद्र हैं, जहां 1200 विद्यार्थी परीक्षा में शामिल ही नहीं हुए, पर जब परिणाम आया तो सभी पास थे। इससे साफ जाहिर होता है कि मिलीभगत कर अरबों रुपये देकर फर्जी परीक्षा परिणाम बनवाए गए हैं।

अग्रवाल ने कहा कि उनके पास वे सारे दस्तावेज उपलब्ध हैं, जो इन गड़बड़ियों को साबित करने के लिए पर्याप्त हैं। हद तो यह है कि एक अफ्रीकी छात्र हिंदी में अच्छे अंक लाता है। उसने वर्ष 2015 में भिंड जिले के एक स्कूल में दाखिला लिया और उसका हिंदी जैसे विषय में 56 अंकों से पास हो जाना शक पैदा करता है।

दिल्ली में सत्तारूढ़ पार्टी के नेता ने बताया कि राज्य में एनआईओएस के 280 केंद्र हैं, यह घोटाला इन्हीं तीन केंद्रों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि इसका विस्तार पूरे प्रदेश में होने की आशंका है। उन्होंने आरोप लगाया कि शिवराज सरकार का भ्रष्टाचारियों को संरक्षण मिलने के कारण ही इस तरह के घोटाले संभव हैं।

 आप ने सभी केंद्रों की विस्तृत जांच उच्चतम न्यायालय की निगरानी में विशेष जांच दल (एसआईटी) से कराने की मांग की है। आप की यह भी मांग है कि इस समय जिन तीनों केंद्रों के खिलाफ सबूत पेश किए गए हैं, उनके प्रबंधकों को तत्काल गिरफ्तार किया जाए, ताकि इस घोटाले के असली सूत्रधार तक पहुंचा जा सके। साथ ही तीनों केंद्रों का पंजीकरण तुरंत निरस्त किया जाए।

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