चंद्र ग्रहण 2018: शुरु हो चुका है सूतक काल, जानें किन कार्यों की है मनाही
Chandra Grahan 2018 Sutak: आज साल 2018 का पहला चंद्र ग्रहण हो रहा है। चंद्र ग्रहण के दिन सूतक काल में शुभ कार्य करना मना किया जाता है। आज सभी मंदिरों के कपाट बंद रहेंगे। जिससे पूजा का कोई विधान नहीं किया जाता है। इस दिन विशेष ध्यान रखने के लिए कहा जाता है क्योंकि जो चंद्र घटना 28 दिनों में होती है वो ग्रहण के दिन कुछ ही घंटों में पूर्ण होती है। ग्रहण के दिन सूतक का समय करीब 12 घंटे तक रहेगा। मान्यता है कि सूतक में गर्भवती महिलाओं को विशेष ध्यान रखना होता है। बुधवार को सूतक काल सुबह 07 बजकर 07 मिनट पर शुरू होकर रात 08 बजकर 41 मिनट पर खत्म हो जाएगा। सूतक काल में शुभ कार्य करना अशुभ माना जाता है।
क्या होता है सूतक काल – जब बच्चा जन्म लेता है या किसी की मृत्यु होने पर उस घर में सूतक काल शुरू हो जाता है। इस दौरान कोई भी शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं। हिंदू समाज में सूतक से जुड़े कई विश्वास या अंधविश्वास मौजूद है। सूतक के दौरान परिवार को कोई भी सदस्य ना तो किसी धार्मिक कार्य में भाग ले सकता है और ना ही मंदिर जा सकता है। सूतक काल मुख्यत: 10 दिनों तक चलता है।
इस दौरान घर या मंदिर में पूजा पाठ करना वर्जित होता है। जब तक घर में हवन नहीं किया जाता तब तक सूतक काल समाप्त नहीं होता है। सूतक काल में दान तथा जपादि का महत्व होता है। इस दौरान पवित्र नदियों में स्नान करना चाहिए। इस दौरान मंत्रों का जाप करना चाहिए। इस दौरान किये जाने वाले हवन कल्याणकारी माने जाते हैं।
चंद्र ग्रहण समय: भारतीय ज्योर्तिविज्ञान परिषद के मुताबिक,पृथ्वी चंद्र ग्रहण के प्रभाव वाले क्षेत्र में 04 बजकर 22 मिनट में दाखिल होगी। दरअसल, इस दौरान पृथ्वी की एक आंशिक बाहरी छाया चंद्रमा पर पड़ेगी। आंशिक चंद्रग्रहण शाम 5 बजकर 18 मिनट से शुरू होगा। पूर्ण चंद्रग्रहण शाम 06:22 बजे से लेकर 07:38 बजे तक चलेगा। आंशिक चंद्रगहण 8 बजकर 41 मिनट पर खत्म होगा। चंद्रमा पृथ्वी की छाया से पूरी तरह रात 9 बजकर 39 मिनट पर बाहर निकलेगा।