वैज्ञानिक के शव के साथ सात दिनों से रह रहे थे भाई-बहन, मेंटल हॉस्पिटल भेजा गया
पश्चिमी दिल्ली से वैज्ञानिक रहे एक बुजुर्ग का शव बरामद हुआ है। कहा जा रहा है कि बुजुर्ग की मौत करीब एक हफ्ते पहले हुई है और उनके छोटे भाई-बहन तभी से उनके शव के साथ रह रहे थे। बुजुर्ग की पहचान यशवीर सूद के रूप में हुई है। सूद पूसा संस्थान के परमाणु विज्ञान विभाग में प्रमुख वैज्ञानिक के पद से मार्च 2015 में सेवानिवृत्त हुए थे। पूसा के एक अधिकारी ने बुजुर्ग के घर से बदबू आने पर पीसीआर को सूचना दी और पुलिस ने मौके पर पहुंचकर सूद का शव बरामद किया।
पुलिस के मुताबिक, जिस सरकारी घर में वैज्ञानिक का शव बरामद हुआ, वहां शव के साथ उनके भाई-बहन पिछले छह-सात दिनों से रह रहे थे, लेकिन इसकी खबर किसी को नहीं लगी। संदेह होने पर पूसा के अन्य कर्मचारियों ने जब पुलिस को बुलाया तो घर के एक कमरे में वैज्ञानिक का सड़ा हुआ शव देख हर कोई विचलित हो गया। जानकारी के मुताबिक, सूद के साथ उनके भाई हरीश और बहन कमला भी रहा करते थे। दोनों ही मानसिक रूप से विक्षिप्त हैं। बताया जा रहा है कि जब से यशवीर सूद रिटायर हुए, उन्होंने अपनी ग्रैच्युटी और पेंशन के पैसे निकाले ही नहीं।
इसी संबंध में उनसे बात करने के लिए कुछ कर्मचारी गुरुवार सुबह उनके घर पहुंचे। घर का दरवाजा उनकी बहन कमला ने खोला। कर्मचारियों ने जब कमला से वैज्ञानिक यशवीर से मिलने की बात कही तो उसने सभी कर्मचारियों को वहां से भगा दिया। इसी दौरान कर्मचारियों को घर के अंदर से बदबू आई। संदेह होने पर उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने जांच में पाया है कि वैज्ञानिक का शव छह-सात दिन पुराना है, जो काफी सड़ चुका है। यशवीर के भाई और बहन को मानसिक चिकित्सा अस्पताल में भर्ती कराया गया है।