कासगंजः मौलाना बोले-हमारे मुहल्ले में क्यों लाते हो जुलूस? रोहित सरदाना ने कहा- वाह…तालियां
‘आज तक’ टीवी न्यूज चैनल पर ‘दंगल’ में कासगंज की घटना पर बहस के दौरान मौलाना भड़क उठे। उन्होंने चिल्लाते हुए कहा- ‘‘ मुसलमानों के मुहल्लों में क्यों जुलूस निकाले जाते हैं…हमें क्यों सताया जाता है, हमारे घर में घुसकर क्यों नारे लगाए जाते हैं, क्या हमारी देशभक्ति पर किसी को शक है क्या, क्यों हमें परेशान किया जाता है। मौलाना के इस बयान के बाद बहस गरमा गई। भाजपा प्रवक्ता राकेश सिन्हा ने सवाल उठाए हुए कहा कि-ये हिंदू-मुस्लिम मुहल्ले क्या होते हैं..।
इस पर मौलाना ने कहा कि हमें संघ और बीजेपी से देशभक्ति का सर्टिफिकेट नहीं चाहिए तो एंकर रोहित सरदाना ने तंज कसते हुए कहा-‘‘…बहुत सही मौलाना, आज पूरे देश ने आपको देख लिया, इस बात के लिए आपको मेरी ओर से तालियां…। डिबेट में मौलाना ने सवाल उठाते हुए कहा- आखिर मुसलमानों से जबरन भारत माता की जय क्यों बुलवाया जाता है, अगर वो हिंदुस्तान जिंदाबाद कहते हैं और तिरंगा सीने पर लगाते हैं तो क्या देशभक्ति पर कोई शक होता है क्या…. ?
जब मौलाना ने घर में घुसकर मुस्लिमों को परेशान करने की बात कही तो एंकर रोहित सरदाना ने कहा-आप झूठ बोल रहे हैं, कोई आपके घर में नहीं घुसता। उधर राकेश सिन्हा ने मौलाना अंसार रजा से मुस्लिम मुहल्ले के बयान को वापस लेन की बात कही। उन्होंने सवाल उठाया कि अगर कोई पाकिस्तान के खिलाफ नारे लगाता है तो फिर उसमें परेशान होने की क्या बात है। राकेश सिन्हा ने मौलाना अंसार रजा पर हमला बोलते हुए कहा वे अपनी बात से पूरी कौम को बदनाम कर रहे हैं।
डिबेट में शामिल हुए कांग्रेस प्रवक्ता अखिलेश प्रताप सिंह ने कहा- ‘‘ खुद उत्तर प्रदेश के संवैधानिक मुखिया राज्यपाल ने कासगंज की घटना को कलंक कहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि माहौल तो बीजेपी वालो ने ही बिगाड़ा। चंदन जीवित नहीं हो सकता, जिसकी आंख फूटी है, उसे भी न्याय मिलना चाहिए। ”
कांग्रेस प्रवक्ता अखिलेश प्रताप सिंह को बीच में रोकते हुए एंकर ने कहा- ‘‘ दादरी की घटना पर तो आप 24 घंटे पहले ही जाकर खड़े हो गए थे, आखिर आप कासगंज की घटना में मारे गए चंदन के घर जाकर परिवार को ढांढस क्यों नहीं बंधाए। ” इस पर अखिलेश ने जवाबी सवाल दागते हुए कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ क्यों नहीं गए ? अखिलेश ने कहा कि दादरी में हमसे पहले तो बीजेपी वाले गए थे। फिर बोले कि हम जोड़ने के लिए जाते हैं तोड़ने के लिए नहीं।
इससे पहले एंकर रोहित सरदाना ने भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया को इस मुद्दे पर घेरने की कोशिश की और पूछा कि आखिर यूपी सरकार का कोई मंत्री पीड़ितों का आंसू पोछने कासगंज क्यों नहीं पहुंचा ? इस पर गौरव भाटिया ने सरकार का बचाव करते हुए कहा-सरकार की पहली जिम्मेदारी कानून-व्यवस्था को मेंटेन करना है। मुजफ्फरनगर में 65 लोगों की जान चली गई, आरोपियों को सरकार ने हेलिकॉप्टर की बुलाया, जबकि इस घटना में सरकार ने निष्पक्षता से कार्रवाई कर घटना को बढने से रोका। इस पर मौलाना अंसार रजा ने गौरव भाटिया पर हमला बोलते हुए कहा-यहां भाषण मत दीजिए, पहले बताइए आरोपी समय से गिरफ्तार क्यों नहीं हुए।